नई दिल्ली। भारत में हरित परिवहन को बढ़ावा देने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए इकोफाई फाइनेंस (EcoFi Finance) और मोटावोल्ट मोबिलिटी ( Motavolt Mobility) ने मिलकर इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों को अपनाने की प्रक्रिया को और भी सरल और सुलभ बना दिया है। इस साझेदारी के तहत अब खुदरा और संस्थागत ग्राहक आसानी से इलेक्ट्रिक स्कूटर की खरीद के लिए फाइनेंसिंग का लाभ उठा सकेंगे।
ऐसे मिलेगा ग्राहकों को फायदा
इकोफाई फाइनेंस, जो भारत की पहली केवल-ग्रीन एनबीएफसी है, अब मोटावोल्ट मोबिलिटी के पूरे ई-स्कूटर पोर्टफोलियो के लिए प्रमुख वित्तीय भागीदार के रूप में काम करेगा। इसमें मोटावोल्ट का नया MV S7 ई-स्कूटर भी शामिल है, जो बैटरी स्वैपिंग जैसे स्मार्ट फीचर्स से लैस है।
लॉजिस्टिक्स और फ्लीट ऑपरेटरों को खास लाभ
यह पहल खास तौर पर लॉजिस्टिक्स सेवा प्रदाताओं, फ्लीट ऑपरेटरों, और लास्ट-माइल डिलीवरी कंपनियों को ध्यान में रखकर बनाई गई है, जो अपने ऑपरेशंस में इलेक्ट्रिक वाहनों को तेजी से शामिल करना चाहते हैं। इकोफाई इन संस्थागत खरीदारों को डेटा-आधारित क्रेडिट स्कोरिंग, आसान लोन प्रक्रिया और लो-इंटरेस्ट रेट जैसी सुविधाएं देगा, जिससे उनके लिए ईवी अपनाना अधिक किफायती और व्यवहारिक हो जाएगा।
करार पर क्या बोले दिग्जग
इकोफाई के को-लेंडिंग हेड कैलाश राठी ने बताया कि, “हमारा उद्देश्य सिर्फ व्यक्तिगत खरीदारों तक सीमित नहीं है, बल्कि हम संस्थागत ग्राहकों को भी हरित बेड़ों की ओर बढ़ने के लिए सशक्त करना चाहते हैं।” वहीं, मोटावोल्ट मोबिलिटी के संस्थापक एवं सीईओ तुषार चौधरी ने कहा, “भारत में ईवी क्रांति तभी संभव है जब उत्पाद के साथ-साथ उसकी उपलब्धता और फाइनेंसिंग भी आसान हो।”
यह पहल आने वाले 12 महीनों में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की फाइनेंसिंग को बड़े पैमाने पर गति देने की योजना के तहत शुरू की गई है, जिससे ई-कॉमर्स, गिग इकॉनमी, और साझा मोबिलिटी क्षेत्र को हरित और टिकाऊ समाधान मिल सकें।