Bihar Bridge Collapse: बिहार में पुल टूटने या धंसने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सीवान, मोतिहारी और अररिया के बाद अब किशनगंज से पुल धंसने की खबर आ रही है। पिछले करीब दस दिनों में यह छठा मौका है जब बिहार में पुल धंसा या गिरा है। किशनगंज के ठाकुरगंज प्रखंड में बूंद नदी पर बना पुल का एक पाया नदी के तेज बहाव के कारण लगभग दो फीट धंस गया। इससे प्रखंड के करीब आधे दर्जन गावों की दस हजार से अधिक आबादी प्रभावित होगी।
अवैध बालू खनन और ढुलाई की मार से कराह उठा पुल
इस पुल का केवल एक पाया ही नहीेे धंसा है बल्कि पुल के पूर्वी भाग का रिटर्न वाल भी टूटकर नदी में धराशायी हो गया है। लोग पुल टूटने के डर से वाहनों पर सवार होकर आवाजाही नहीं कर पा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क के जरिये राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 327ई फोरलेन सड़क निर्माण के लिए प्रतिदिन 100 से ऊपर बालू लदे ओवरलोड वाहनों से बालू की ढुलाई होती थी, जिससे पुल कमजोर पड़ गया और पुल धंस गया। उनका कहना है कि इसके अलावा पुल के समीप खनन माफिया द्वारा अवैध रूप से बालू का खनन भी किया जाता था। इससे पुल कमजोर हो गया।