गुजरे जमाने की फेमस सिंगर वाणी जयराम (Vani Jairam) का शनिवार को चेन्नई में निधन हो गया। पुलिस के मुताबिक, 78 साल की जयराम की लाश उनके घर पर मिली है। एसबीआई (sbi) में काम कर चुकीं जयराम ने “बोले रे पपीहरा” और “हमको मन की शक्ति देना” सहित कई मशहुर गीत गाए थे।
माथे पर चोट के निशान
फिलहाल, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। यह भी बताया जा रहा है कि वाणी जयराम के माथे पर चोट के निशान थे। उल्लेखनीय है कि वाणी जयराम ने हाल ही में इंडस्ट्री में बतौर सिंगर अपने 50 साल पूरे किए थे।
पद्म भूषण मिलना था
वाणी जयराम को तीन बार नेशनल अवॉर्ड (national award) से सम्मानित किया गया था। उन्हें इस बार 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर पद्म भूषण (Padma Bhushan) देने का ऐलान किया गया था। उनकी मौत की खबर सुनकर फिल्म जगत में शोक की लहर है।
19 भाषाओं में 10 हजार से ज्यादा गाने गाए
जयराम ने 19 भारतीय भाषाओं में 10 हजार से ज्यादा गाने गाए थे। उनका गाया हुआ ‘हमको मन की शक्ति देना’ और बोले रे पपीहरा आज भी लोगों की जुबां पर है। वाणी भारतीय स्टेट बैंक यानी एसबीआई में काम कर चुकी थीं। उन्होंने संगीत को करियर बनाने के लिए एसबीआई की नौकरी छोड़ दी थी। वह एक बार सुनकर किसी भी भाषा के गीत को गा देती थीं।