नई दिल्ली, 13 सितंबर (आईएएनएस)। दो बार के पैरालंपिक रजत पदक विजेता डिस्कस थ्रोअर योगेश कथुनिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक नई उपाधि दी, पीएम के आवास पर बातचीत के दौरान उन्हें “परम मित्र” कहा।
मई में विश्व पैरा-एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ऍफ़56 श्रेणी में रजत पदक जीतने वाले कथुनिया ने हाल ही में संपन्न पेरिस पैरालंपिक में पुरुषों की डिस्कस थ्रो – ऍफ़56 स्पर्धा में 42.22 मीटर का सीजन का सर्वश्रेष्ठ थ्रो दर्ज किया और रजत पदक जीता।
प्रधानमंत्री ने गुरुवार को अपने आवास पर भारत के पैरालंपियनों से मुलाकात की और उन्हें पेरिस पैरालंपिक खेलों में 29 पदकों के रिकॉर्ड-तोड़ प्रदर्शन के लिए बधाई दी और पैरा-एथलीटों से अपने पैरालंपिक अनुभव साझा करने के लिए कहा।
कथुनिया ने पीएम मोदी से कहा, “(प्रदर्शन में) निरंतरता आपकी वजह से आई है; यह आपके द्वारा शुरू की गई योजनाओं जैसे कि टॉप्स, खेलो इंडिया आदि की वजह से आई है। सबके लिए पीएम का मतलब प्रधानमंत्री होता है लेकिन हमारे लिए आप हमारे ‘परम मित्र’ हैं।” प्रधानमंत्री ने जवाब दिया, “मुझे इस पद पर गर्व है और मैं भी आप सभी के साथ ‘मित्र’ के तौर पर काम करना चाहता हूं।”
भारत ने पदक तालिका में सात स्वर्ण, नौ रजत और 13 कांस्य पदक के साथ 29 पदकों के रिकॉर्ड के साथ 18वां स्थान हासिल किया। दल ने 2020 टोक्यो पैरालिंपिक (19) में भारत के अब तक के सर्वश्रेष्ठ पदक जीतने के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। रिकॉर्ड बनाने का मतलब यह भी था कि भारत ने 16 स्वर्ण, 21 रजत और 23 कांस्य के साथ अपने कुल पदकों की संख्या 60 तक पहुंचाकर अपने पैरालंपिक इतिहास में 50 पदकों का आंकड़ा पार कर लिया। रिकॉर्ड 84 पैरा-एथलीटों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। पेरिस 2024 पैरालंपिक, 28 अगस्त से 8 सितंबर तक फ्रांस की राजधानी में आयोजित किया गया। भारत ने 12 खेलों में भाग लिया, जो टोक्यो 2020 से तीन अधिक है।
–आईएएनएस
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