मुझे नहीं लगता कि नेपोटिज्म की बहस में फंसना सही है: कृतिका कामरा

मुंबई, 30 अगस्त (आईएएनएस)। बॉलीवुड में नेपोटिज्म को लेकर अभिनेत्री कृतिका कामरा ने कहा कि यह कभी न खत्‍म होने वाली बहस है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इसकी बहस में पड़ना सही नहीं है, क्‍योंकि आखिरी में दर्शक ही होते हैं जो एक कलाकार की किस्‍मत का फैसला करते हैं।

अभिनेत्री कृतिका कामरा ने कहा, “मैंने हमेशा अपने काम पर विश्वास किया है। मैं किसी कनेक्शन या पारिवारिक संबंधों के कारण यहां नहीं पहुंची। मुझे जो भी अवसर मिले हैं, वे वर्षों की कड़ी मेहनत और मेरी दृढ़ता का परिणाम हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “मुझे नहीं लगता कि नेपोटिज्म की बहस में फंसना सही है ,क्योंकि अंत में दर्शक ही होते हैं जो आपकी किस्मत का फैसला करते हैं। मैं उन सभी भूमिकाओं के लिए आभारी हूं जो मुझे मिली हैं, और यह इस बात का प्रमाण है कि आप इस उद्योग में एक बाहरी व्यक्ति के रूप में भी सफल हो सकते हैं।”

अभिनेत्री को हाल ही में थ्रिलर सीरीज “ग्यारह ग्यारह” में देखा गया था। यह सीरीज कोरियाई शो “सिग्नल” का रूपांतरण है। इस शो में राघव जुयाल, धैर्य करवा और आकाश दीक्षित भी हैं।

वह राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता नागराज मंजुले की “मटका किंग” में दिखाई देंगी।

‘मटका किंग’ मुंबई में शुरू हुए मटका जुए की जटिल दुनिया को दिखाता है।

सीरीज में विजय वर्मा मटका किंग की मुख्य भूमिका में हैं।

कृतिका ने ‘कितनी मोहब्बत है’ शो में आरोही शर्मा की भूमिका निभाकर सुर्खियां बटोरीं। इसके बाद उन्हें ‘कुछ तो लोग कहेंगे’, ‘रिपोर्टर्स’ और ‘प्रेम या पहेली – चंद्रकांता’ जैसे शो में देखा गया।

अभिनेत्री ने डांस रियलिटी शो ‘झलक दिखला जा 7’ में भी भाग लिया है और ‘तांडव’ और ‘बंबई मेरी जान’ जैसी सीरीज में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है।

35 वर्षीय अभिनेत्री ने 2018 में रिलीज हुई ‘मित्रों’ से अपने फि‍ल्मी करियर की शुरुआत की। वो प्रतीक गांधी के साथ ‘फॉर योर आईज ओनली’ में भी नजर आएंगी।

–आईएएनएस

एमकेएस/केआर