इंफाल, 2 सितंबर (आईएएनएस)। सुरक्षा बलों ने सोमवार को मणिपुर के कांगपोकपी और इंफाल पश्चिम जिले में संयुक्त तलाशी अभियान जारी रखा। यहां संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने एक महिला सहित दो लोगों की हत्या और दस अन्य को घायल कर दिया था। उन्होंने कौत्रुक और पड़ोसी कडांगबंद गांवों में कई खाली पड़े घरों को जला दिया था।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पहाड़ी और घाटी जिलों के सीमांत और संवेदनशील इलाकों में केंद्रीय और राज्य सुरक्षा बलों द्वारा तलाशी अभियान और क्षेत्र वर्चस्व मार्च चलाया जा रहा है।
हालांकि रविवार को हुए हमले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि रविवार को आतंकवादियों ने ड्रोन, बम और कई अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल करके निहत्थे ग्रामीणों पर हमला किया।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और मणिपुर पुलिस कमांडो ने इंफाल पश्चिम और आसपास के कांगपोकपी जिलों में तलाशी अभियान शुरू किया। इसके तुरंत बाद आतंकवादियों ने 32 वर्षीय एक महिला समेत दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी और मृतक महिला की आठ वर्षीय बेटी समेत दस अन्य को गोली मार दी।
पुलिस ने बताया कि घटना को कवर कर रहे दो पुलिसकर्मी और एक स्थानीय टीवी पत्रकार बम की चपेट में आ गए। उग्रवादियों के हमलों से ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए स्थापित मणिपुर सशस्त्र पुलिस की चौकी को रविवार को कुकी उग्रवादियों ने जला दिया था।
गैर-आदिवासी मैतेई समुदाय बहुल कोत्रुक गांव राज्य की राजधानी इंफाल से करीब 16 किलोमीटर दूर स्थित है।
बता दें कि पिछले साल तीन मई को मणिपुर में जातीय हिंसा शुरू होने के बाद से कुकी समुदाय के लोगों से घिरे इस गांव में कई हमले हुए हैं।
कई हफ्तों की शांति के बाद रविवार को हुए उग्रवादी हमलों से मैतेई समुदाय के लोगों में दहशत फैल गई, जबकि पुरुष, महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग लोग सुरक्षित स्थानों पर भाग गए।
रविवार को हुए हमले के तुरंत बाद मणिपुर के पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह ने सभी 16 जिलों के पुलिस अधीक्षकों को तत्काल संदेश भेजे और उन्हें सीमांत क्षेत्रों सहित सभी क्षेत्रों में सतर्क रहने का निर्देश दिया।
–आईएएनएस
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