नोएडा, 12 सितंबर (आईएएनएस)। नोएडा के एक निजी स्कूल में छह साल की बच्ची से हुए ‘बैड टच’ मामले ने तूल पकड़ लिया है। गुरुवार को बड़ी संख्या में अभिभावकों ने स्कूल पहुंचकर प्रिंसिपल को बर्खास्त करने की मांग रखी। वहीं, स्कूल में बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए।
अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन के अधिकारियों के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई। इस दौरान पुलिस ने मामले को शांत कराया। अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन के सामने सवाल उठाया कि उन्हें कैसे भरोसा होगा कि बच्चे यहां सुरक्षित हैं। इसकी क्या गारंटी है। इस बात को लेकर काफी कहा-सुनी हुई। इस दौरान कई अभिभावकों ने हंगामे का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।
अभिभावकों ने मांग की है कि प्रिंसिपल प्रीति शुक्ला को तत्काल बर्खास्त किया जाए। विद्यालय और बस में गार्ड की व्यवस्था की जाए। विद्यालय के प्रत्येक कोने और क्लास रूम में सीसीटीवी कैमरा लगाया जाए। कक्षा के कैमरे का लिंक अभिभावक को दिया जाए। विद्यालय के बीच में लगी रेलिंग की ऊंचाई बढ़ाने की मांग भी रखी गई।
वहीं, री-एडमिशन चार्ज और फाइन कम करने की मांग की गई। इसके अलावा प्रत्येक बच्चे के लिए पेरेंटेस आईडी बनवाने और बच्चे के साथ किसी तरह की अप्रिय घटना होने पर स्कूल प्रबंधन से जिम्मेदारी लेने की मांग भी की गई।
पिछले सप्ताह नोएडा के एक निजी स्कूल में छह साल की बच्ची के साथ कंस्ट्रक्शन काम में लगे मजदूर ने बैड टच किया था। बच्ची ने इसका विरोध किया था। वहां से भागकर बच्ची ने इसकी जानकारी स्कूल में मौजूद शिक्षकों को दी। सूचना प्रिंसिपल और प्रबंधन तक पहुंची।
आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने मामले को दबाने का प्रयास किया। उन्होंने आरोपी को बुलाकर धमकाया और कुछ देर बाद स्कूल से भगा दिया। बच्ची के पिता की शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
–आईएएनएस
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