नेहरू की तरह आरक्षण का विरोध करना राहुल गाधी के डीएनए में : सीटी रवि

बेंगलुरु, 11 सितंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के अमेरिका के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में दिए बयान को लेकर भाजपा नेता सीटी रवि ने कहा है कि राहुल गांधी और कांग्रेस के डीएनए में ही आरक्षण विरोधी सोच है।

सी.टी. रवि ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “राहुल गांधी के परदादा जवाहर लाल नेहरू जब प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखकर कहा था कि आरक्षण विकास को रोकता है। उन्होंने कहा था कि आरक्षण की वजह से हम लोग आगे नहीं बढ़ सकते हैं, इसलिए राज्यों को आरक्षण को स्वीकार नहीं करना चाहिए।”

भाजपा ने राहुल गांधी की सोच को आरक्षण विरोधी बताया। उन्होंने कहा, “एक जमाने में उनके परदादा जवाहर लाल नेहरू ने देश के प्रधानमंत्री की हैसियत से राज्यों के मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिख जो काम करते थे, वही आज उनका परपोता आरक्षण विरोधी बयान देकर कर रहा है। राहुल गांधी के डीएनए में आरक्षण विरोधी सोच है। उनके साथ कांग्रेस के डीएनए में भी आरक्षण विरोधी सोच है। अगर भीमराव अंबेडकर ने उस समय इतनी कोशिश नहीं की होती तो भारत में आरक्षण लागू नहीं हो पाता।”

अमेरिका के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में राहुल गांधी ने छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब देश में निष्पक्ष माहौल होगा, अभी देश में ऐसी स्थितियां नहीं हैं। उन्होंने कहा, “जब आप देश के वित्तीय आंकड़ों को देखते हैं, तो पता चलता है कि आदिवासियों को 100 रुपये में से सिर्फ 10 पैसे मिलते हैं। दलितों को 100 रुपये में से सिर्फ पांच रुपये मिलते हैं। इसके अलावा अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लोगों को भी लगभग पांच रुपये ही मिलते हैं। सचाई यह है कि पिछड़े वर्ग के लोगों को उचित भागीदारी नहीं मिल रही है।”

–आईएएनएस

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