कृष्ण रंग में रंगा मध्य प्रदेश, मंदिरों में खास साज सज्जा और करोड़ों के पहनाए जाएंगे जेवरात

भोपाल, 26 अगस्त (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में श्री कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाए जाने की तैयारियां जोरों पर हैं। देवस्थानों को आकर्षक रूप से सजाया गया है और धार्मिक अनुष्ठानों का दौर जारी है। इसके साथ ही कृष्ण का विशेष श्रृंगार किया जा रहा है।

इस मौके पर उन्हें वेश कीमती सोने, चांदी, हीरे और मोती के जेवरात पहनाए जाएंगे। श्री कृष्ण जन्माष्टमी की मौके पर मंदिरों में विशेष आयोजन किए गए हैं। बीती रात से ही इन स्थानों पर विशेष साज-सज्जा के साथ रोशनी की गई।

ग्वालियर का गोपाल मंदिर जन्माष्टमी के मौके पर खास तौर पर चर्चा में रहता है। इस अवसर पर राधा कृष्ण को 100 करोड़ से ज्यादा के आभूषण धारण कराए जाते हैं। इनमें सबसे कीमती हीरा, पन्ना, माणिक आदि से निर्मित ज्वेलरी होती है। यह ज्वेलरी सिंधिया रियासत काल की है। इस मंदिर की स्थापना सन् 1921 में की गई थी। राधा कृष्ण को पहनाए जाने वाले जेवरात लॉकर में होते हैं और जन्माष्टमी के मौके पर मंदिर लाए जाते हैं। यह सारा काम नगर निगम के जिम्मे होता है। आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर राधा कृष्ण को यह जेवरात धारण कराए जाएंगे। इस मौके पर मंदिर की सुरक्षा में 200 से ज्यादा जवान तैनात किए जाएंगे।।

जबलपुर में भी श्री कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। यहां के पचमठा मंदिर में सुबह के समय मंगला आरती हुई, दिनभर पूजन आदि का कार्य चल रहा है। यहां भगवान को छप्पन भोग लगाया जाएगा और रात 12 बजे शहनाई वादन के साथ जन्मोत्सव मनाया जाएगा।

उज्जैन स्थित सांदीपनि आश्रम का श्री कृष्ण से खास नाता है। उन्होंने यहां शिक्षा अर्जित की थी। जन्माष्टमी के मौके पर यहां स्थित विद्यापीठ में हजारों लोग दर्शन करने पहुंच रहे हैं। यहां पर सुदामा, श्री कृष्ण और बलराम की प्रतिमा स्थापित है।

इंदौर के जानापाव में भी जन्म उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। जानापाव वह स्थान है जहां भगवान परशुराम ने श्री कृष्ण को सुदर्शन चक्र दिया था। भगवान श्री कृष्ण और सुदामा की मित्रता के रूप में पहचाने जाने वाले महिदपुर के नारायणा धाम में जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा यहां विशेष कार्यक्रमों की श्रृंखला जारी है।

–आईएएनएस

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