श्रीनगर, 24 अगस्त (आईएएनएस)। चुनाव आयोग द्वारा जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किए जाने के बाद घाटी में सियासी हलचल बढ़ गई है। प्रमुख राजनीतिक दल अपनी अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। मंथन और बैठकों के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। कांग्रेस नेता रविंद्र शर्मा ने भाजपा पर नेगेटिव एजेंडा चलाने का आरोप लगाया है।
रविंद्र शर्मा ने बातचीत की शुरुआत में ही बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “बीजेपी पीडीपी से गठबंधन कर तीन सालों तक वहां सत्ता भोग चुकी है। जिनका (पीडीपी) असल मायने में मकसद ही घाटी में अनुच्छेद 370 की जड़ों को मजबूत करना था। आज की तारीख में वे जिन मुद्दों की मुखालफत करते हैं, कल यही मुद्दे उनके एजेंडे में शुमार रहा करते थे, लेकिन इसके बावजूद भी बीजेपी ने उनके साथ सरकार बनाई। कल तक जिन पार्टियों के साथ बीजेपी के राजनीतिक रिश्ते रहे, आज उन्हीं पार्टियों के विरोध में बीजेपी अपने सियासी फायदे के लिए नकारात्मक एजेंडा चलाना चाहती है, जो कि किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है।”
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “बीजेपी इसलिए ऐसा कर रही है, क्योंकि उसे अपनी हार साफ दिख रही है। ध्यान देने वाली बात है कि कांग्रेस की नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन के बाद बीजेपी में घबराहट साफ दिख रही है। जम्मू-कश्मीर को लेकर बीजेपी का क्या सिद्धांत हैं, यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है। बीजेपी जम्मू-कश्मीर के मसले को लेकर देशवासियों को दिग्भ्रमित करने का प्रयास कर रही है।”
उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस हमेशा से ही इस बात पर जोर देती हुई आई है कि बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त करते हुए घाटी के लोगों के हितों पर कुठाराघात किया है। बीजेपी जम्मू-कश्मीर के संसाधनों को लूट रही है। बीजेपी ने सत्ता में रहते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि उसे घाटी की जनता के हितों से कोई सरोकार नहीं है। वैसे तो बीजेपी पूर्वोत्तर भारत और हिमाचल प्रदेश के लोगों के हितों में एक या दो नहीं, बल्कि अनेकों दावे और वादे करती है, लेकिन मेरा सवाल है कि आखिर आज तक बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर के हित में क्यों कोई कदम नहीं उठाया।”
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “बीजेपी पिछले 10 सालों से सत्ता में है। आखिर आज तक पार्टी ने वहां आतंकवाद पर अंकुश लगाने की दिशा में कोई कदम क्यों नहीं उठाया। मौजूदा समय में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद चरम पर है…इसी वजह से वहां के स्थानीय बाशिंदों का जीना मुहाल है। पिछली सरकार ने आतंकवाद पर काबू किया था, लेकिन आज की तारीख में वहां पर लगातार आतंकवाद बेकाबू होता जा रहा है। लगातार जवान वीरगति को प्राप्त हो रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “पहले भारत और पाकिस्तान के रिश्ते ठीक थे, लेकिन मुझे यह कहने मे कोई गुरेज नहीं है कि बीजेपी के सत्ता में आने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी बढ़ी है। मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि कांग्रेस ने आज तक आतंकवाद पर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया और न ही आगे करेगी।”
–आईएएनएस
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