ओएनडीसी ने छह लाख से अधिक विक्रेताओं को अपने साथ जोड़ा, प्रति माह 1.2 करोड़ के ऑर्डर किए हास‍िल

मुंबई, 3 सितंबर (आईएएनएस)। सरकार द्वारा संचालित ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) अब प्रति माह 1.2 करोड़ से अधिक ऑर्डर हास‍िल कर रहा है। इसमें छह लाख से अधिक विक्रेता नेटवर्क पर लाइव हैं। यह जानकारी मंगलवार को दी गई।

ओएनडीसी को यहां आयोजित एक कार्यक्रम में ई-गवर्नेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार (एनएईजी) में ‘नागरिक-केंद्रित सेवाएं प्रदान करने के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों के अनुप्रयोग’ श्रेणी के अंतर्गत प्रतिष्ठित गोल्‍ड मेडल से सम्मानित किया गया।

यह नेटवर्क लाखों छोटे व्यवसायों, कारीगरों, महिला उद्यमियों, किसानों और स्ट्रीट वेंडरों सहित विविध प्रकार के विक्रेताओं को सशक्त बना रहा है, ताकि वे प्रभावी रूप से प्रतिस्पर्धा कर सकें और लोगों तक पहुंच सकें।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार, “ओएनडीसी एक स्टार्टअप मानसिकता और सरकारी स्तर के दृष्टिकोण के साथ कार्य करता है। इसमें यह तेजी से विकसित हो रहे बाजार की गतिशीलता के अनुकूल ढल रहा है। इसका नेतृत्व टेक्नोक्रेट की एक टीम और अनुभवी ओएनडीसी सलाहकार परिषद द्वारा किया जा रहा है।”

इंटरऑपरेबल, अनबंडल्ड और विकेंद्रीकृत होने के आधार पर, ओएनडीसी एक जटिल प्रणाली को अलग-अलग माइक्रोसर्विसेज में विभाजित करता है। इसे अलग-अलग लोग अलग-अलग पेश कर सकते हैं। सभी के ल‍िए इसके सकारात्मक परिणाम होंगे। ओएनडीसी आर्किटेक्चर ई-कॉमर्स प्रणाली में विश्वास को बढ़ावा देता है।

ओएनडीसी सरकार के प्रमुख प्लेटफार्मों के साथ गहन और बेहतर एकीकरण के लिए अपनी क्षमताओं का और विस्तार कर रहा है।

मंत्रालय ने कहा, “ओएनडीसी एकीकृत उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए लाभार्थियों के सामान्य समूह की सेवा करने के लिए सरकारी प्लेटफार्मों में इंटर-लॉक और लिंकेज को संभव बनाएगा।”

जुलाई में ओएनडीसी ने 430,000 दैनिक ऑर्डर हासिल किए।

नेटवर्क 609 से अधिक शहरों में संचालित होता है और देशभर के 1,200 शहरों में डिलीवरी करता है। जुलाई में, ओएनडीसी ने नेटवर्क पर ऑटो कंपोनेंट और एक्सेसरीज श्रेणी भी लॉन्च की।

ओएनडीसी ने जुलाई में महीने-दर-महीने 21 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो जून में 10 मिलियन की तुलना में 12 मिलियन हो गया। नेटवर्क ने हाल ही में संपन्न टी20 विश्व कप फाइनल के दौरान 30 जून को एक ही दिन में 374,000 ऑर्डर के लेन-देन देखे हैं।

–आईएएनएस

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