युद्धवीर सिंह जूदेवः जशपुर राजघराने का वह राजकुमार जिसने खनन माफियाओं को दी थी खुली चुनौती ‘हमारी चट्टानों को चीरने से पहले अपना जीवन बीमा करवा लें

छतीसगढ़ में भाजपा के फायरब्रांड नेता चंद्रपुर के पूर्व विधायक और जशपुर राजपरिवार के सदस्य युद्धवीर सिंह जूदेव नहीं रहे। लिवर की बीमारी से उनका रविवार को निधन हो गया। वे पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. दिलीप सिंह जूदेव के पुत्र थे। अपने पिता की तरह बेबाक बोलने के लिए विख्यात युद्धवीर ने दो साल पहले गरीबों के लिए आवाज उठाते हुए खनन माफियाओं को खुली चुनौती दे डाली थी।

फेसबुक पोस्ट से मच गया था सियासी बवाल

समर्थकों में छोटू बाबा के नाम से लोक प्रिय युद्धवीर सिंह जूदेव फेसबुक और अन्य दूसरे सोशल नेटवर्किंग साइट पर अपने पोस्ट और बयानों को लेकर भी चर्चा में रहे हैं। 2019 में उनकी एक फेसबुक पोस्ट भी वायरल हुई थी जिसमें खनन से जुड़े कारोबारियों को खुली चुनौती दे डाली थी। युद्धवीर ने फेसबुक पर लिखा था- ‘हमारी चट्टानों को चीरने से पहले अपना जीवन बीमा करवा लें। ‘सन्ना क्षेत्र के निवासी, जो मुश्किल वक्त में साथ देते हैं, सुना है कोई हेलीकॉप्टर लगातार ऊपर से गुजर रहा है। सरकार कोई भी हो लेकिन, सतर्क हो जाएं’ इस पोस्ट के बाद से सियासी पारा चढ़ गया था। 

राजपरिवार में जन्म पर जिला पंयायत से राजनीतिक शुरुआत

जशपुर राजघराने के सदस्य और पूर्व केन्द्रीय मंत्री दिलीप सिंह जूदेव के छोटे पुत्र युद्धवीर सिंह जूदेव ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत जिला पंचायत जशपुर के उपाध्यक्ष के रूप में की थी। जांजगीर जिले के चंद्रपुर विधान सभा सीट से लगातार 2 बार विधायक रहे। वर्ष 2008 में पहली बार वहां से विजय हुए फिर 2013 में दूसरी बार भी विजय हुए। रमन सिंह मंत्रीमंडल में पहले लोक निर्माण, संसदीय कार्य एवं पर्यटन विभाग के राज्य मंत्री (संसदीय सचिव) रहे। इसके बाद आबकारी विभाग के अध्यक्ष भी रहे। वह छत्तीसगढ़ बेवरेजेज कारपोरेशन के अध्यक्ष पद पर भी रहे।

पांच माह पहले सड़क हादसे में बाल-बाल बचे थे

पांच महीने पहले नवा रायपुर इलाके में हुए हादसे में युद्धवीर की जान बाल-बाल बची थी। उस समय उनकी गाड़ी के सामने जानवर आ गया था जिसे बचाने के लिए उन्होंने गाड़ी सड़क की दूसरी दिशा में घुमा दी थी। इससे कार डिवाइडर से टकरा गई थी। जुदेव को सीने में चोट आई थी। इसके बाद भई वे खुद ही गाड़ी चलाकर मोवा स्थित बालाजी अस्पताल पहुंचे थे।