Noida- Greater Noida: दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) मेंं पानी के लिए हाहाकर मचा हुआ है। दिल्ली में पानी के लिए राजनीति उबाल पर है तो वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले नोएडा-ग्रेटर नोएडा में लाखों रुपये खर्च कर फ्लैट खरीदने वाले लोगों की अब गंदे पानी की वजह से जान पर बन आई है। आए दिन यहां जल संकट आम बात हो गई है। ताजा मामला सेक्टर 74 में सुपरटेक ओआरबी सोसाइटी (Supertech ORB Society) का है। यहां पीने का शुद्द पानी नहीं मिल रहा है। अथॉरिटी के एक अधिकारी ने इसको लेकर बड़ा खुलासा किया है जो हैरान करने वाला है।
आरओ भी रहे फेल, कंपनियां मेंटेनेंस से कर रहीं मना
सुपरटेक ओआरबी सोसाइटी (Supertech ORB Society) के रहने वाले लोग लगातार जल संकट से परेशान हैं और उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। यहां के एक निवासी ने कहा कि सुपरटेक के बिल्डर ने पर्याप्त पानी की सप्लाई न होने के लिए पैसे की कमी की बात कही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिल्डिंग में आने वाले पानी में कुल टीडीएस का लेवल 2000 से ऊपर होता है। ऐसे में इसे शुद्ध करने में रिवर्स ऑस्मोसिस (आरओ) भी फेल हो जाता है। मुसीबत यहींं खत्म नहीं होती बल्कि हाई लेवल टीडीएस की वजह से आरओ की सेवा देने वाली कंपनियों ने उसके मेंटेनेंस से साफ मना करने लगी हैं।
मिलावट का पानी पिला रहा बिल्डर
स्थानीय प्राधिकरण के एक अधिकारी ने कहा कि हाई टीडीएस लेवल (High TDS Level) के लिए बिल्डर को जिम्मेदार ठहराया है। अधिकारी ने बोल खोलते हुए कहा कि बिल्डर ने सोसाइटी में 535 पानी के कनेक्शन लिए थे, लेकिन यहां निवासियों की संख्या 4000 से भी ज्यादा है। सुपरटेक का मेंटेनेंस डिपार्टमेंट कथित तौर पर अथॉरिटी से सप्लाई होने वाले पानी में भूमिगत जल मिलाता है, इससे समस्या और भी बढ़ जाती है। पानी की खराब गुणवत्ता स्वास्थ्य पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि हाई लेवल (TDS Level) वाले पानी पीने से गुर्दे की पथरी, हड्डियों की कमजोरी और यहां तक कि हृदय संबंधी समस्याएं भी होने का खतरा बढ़ जाता है।