अगर कोई वाहन कंपनी अपने कलपुर्जा आपूर्तिकर्ताओं को स्थानीय रूप से विनिर्माण करने की इजाजत नहीं देती है, तो सरकार इस पर गंभीरता से ध्यान देगी और सख्त कदम उठाएगी। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को यह बात कही। उन्होंने उम्मीद जताई कि उद्योग भारत में कलपुर्जों के विनिर्माण को बढ़ावा देना जारी रखेगा।भारतीय वाहन कलपुर्जा विनिर्माता संघ के 62वें वार्षिक सत्र में उन्होंने यह बात कही।
बिना किसी संकोच के सरकार से करें बात
गोयल ने कहा कि यदि कोई वाहन कंपनी किसी कलपुर्जा विनिर्माता को स्थानीय स्तर पर विनिर्माण करने की जगह कलपुर्जों को आयात करने के लिए दबाव डाल रही है, तो मैं आपसे आग्रह करूंगा कि कृपया सीधे मेरे पास आएं और बिना किसी हिचकिचाहट के मुझसे बात करे। मंत्री ने कहा कि उन्हें ऐसा पता चला है कि कुछ वाहन कलपुर्जा कंपनियों को अपने संयुक्त उद्यम भागीदारों से भी कुछ तनाव और दबाव का सामना करना पड़ रहा है। गोयल ने कहा कि अगर किसी को अनुचित शर्तों पर मजबूर किया जा रहा है, तो घरेलू कंपनी को अधिकारियों से संपर्क करना चाहिए और सरकार इसे अन्य देशों में अपने समकक्षों के साथ उठाएगी।