सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (msme) के लिए भारत के विश्वसनीय बी2बी डिजिटल मार्केटप्लेस सॉल्व (solv) ने घोषणा की कि वह आज से एमएसएमई को अपनी डिलीवरी सेवाओं के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) में स्थानांतरित हो जाएगा। सॉल्व को उम्मीद है कि एमएसएमई को अगले 1 वर्ष में अपने सभी माल की कुल डिलीवरी का 25 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहनों द्वारा की जायेगी। बीटूबी ईकॉमर्स (B2B commerce marketplace) स्टार्ट-अप कंपनी सॉल्व का लक्ष्य अगले 3-5 वर्षों में अपनी 100 फीसदी डिलीवरी इलेक्ट्रिक वाहनों (electric vehicle) द्वारा करने का है। पर्यावरण के अनुकूल कदम से ईंधन से होने वाली महंगी लागत की कम होगी, ग्राहकों के लिए कीमतों पर नियंत्रण रहेगा जिससे महंगाई को रोकने में मदद मिलेगी और सॉल्व और एमएसएमई क्षेत्र के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और जिम्मेदारी से आगे बढऩे में मदद मिलेगी। वर्तमान में, देश का परिवहन क्षेत्र कुल राष्ट्रीय ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन का लगभग 10 प्रतिशत योगदान देता है और सड़क परिवहन क्षेत्र में कुल उत्सर्जन का लगभग 87 प्रतिशत योगदान देता है।
नई पहल पर सीईओ ने कही यह बात
सॉल्व ईवॉल्व के लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, सॉल्व के सीईओ, अमित बंसल (Amit Bansal) ने कहा, ” सॉल्व ईवॉल्व को लॉन्च करते हुए बेहद गर्व महसूस कर रहा है। विशेष रूप से भारत के असंगठित एमएसएमई क्षेत्र की रिटेल सप्लाई-चैन में उत्पन्न कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए हमारी यह पहले पर्यावरण के अनुकूल है। हमारा एक महत्वाकांशी लक्ष्य है कि हम कुछ वर्षों के भीतर अपने 100 फीसदी माल की डिलीवरी इलेक्ट्रिक वाहनों के माध्यम से एमएसएमई को करें। हर साल देश के खुदरा क्षेत्र में एमएसएमई क्षेत्र द्वारा अनुमानित यूएस डॉलर 800 बिलियन मूल्य के सामान आपूर्ति होता है। हमें उम्मीद है कि यह कदम एमएसएमई बी2बी क्षेत्र में और अधिक पर्यावरण अनुकूल पहल को अपनाने में तेजी लाएगा’
इस तरह होगा एमएसएमई को लाभ
आईबीओबी – एसएफ इंटरनेशनल के एमडी और सीईओ डॉ.अरुणाचलम (Dr.Arunachalam, MD & CEO, IBOB – SF International) ने कहा, ” हम भारत के सबसे तेजी से बढ़ते और सबसे प्रगतिशील बी2बी मार्केटप्लेस, सॉल्व के साथ ‘सॉल्व इवॉल्व’ लॉन्च करके सम्मानित महसूस कर रहे हैं। जीवाश्म ईंधन की कमी, उच्च प्रदूषण स्तर और उद्योगों में कीमतों में बढ़ोतरी के साथ, इलेक्ट्रिक वाहनों में क्रमिक बदलाव लॉजिस्टिक का भविष्य है। इस तरह की पहल से न केवल सॉल्व बल्कि सारा एमएसएमई क्षेत्र और देश को मध्यम और दीर्घावधि में लाभ होगा।‘
2 लाख छोटी कंपनियों की परेशानी दूर कर रही सॉल्व
सिर्फ 18 माह पहले वाणिज्यिक लॉन्च के बाद से सॉल्व तेजी से बढ़ रहा है। इसके प्लेटफॉर्म पर केवाईसी-सत्यापित एमएसएमई (msme) की संख्या केवल पिछली तिमाही में 1 लाख से 2 लाख से ज्यादा तक होकर दोगुनी हो गई है, जबकि इसी अवधि के दौरान इसकी जीएमवी रन-रेट 1200 करोड़ रुपये से बढ़कर लगभग 2000 करोड़ रुपये हो गया है। सॉल्व की ग्रोथएमएसएमई उपयोगकर्ताओं के लिए किये वाले इनोवेशंस और नए उत्पादों के रोल-आउट के चलते हो रही है। सॉल्व वर्तमान में भारत में 200 से अधिक शहरों में किराना और एफएमसीजी, परिधान, होटल-रेस्टोरेंट-कैफे, कंजूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, फुटवियर एवं एसेसरीज और होम फर्निशिंग जैसे वॉल्यूम वाले उपभोक्ता क्षेत्रों में एमएसएमई को सेवा प्रदान करता है।