पंजाब कांग्रेस में घमासान रुकने की बजाय बढ़ते ही जा रहा है। पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। पहले पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से तनाव और अब नए मुख्यमंत्री के नेतृतव में मंत्रीपरिषद के बंटवारे के दिन सिद्धू के इस्तीफा देने से राज्य में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले पार्टी में एक नया संकट पैदा हो गया है। सिद्धू ने राज्य में नयी मंत्रिपरिषद के सदस्यों को विभागों के बंटवारे के तुरंत बाद अध्यक्ष पद छोड़ दिया।
पंजाब के भविष्य को लेकर कोई समझौता नहीः सिद्धू
आपको बता दें कि सिद्धू ने पूर्व मुख्यमत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ नेतृत्व को लेकर खींचतान के बीच इसी साल जुलाई में पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष का पद संभाला था। सिद्धू ने सोनिया गांधी को लिखे अपने पत्र में कहा, ”किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है, मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं।” उन्होंने लिखा, ”इसलिए, मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं। कांग्रेस की सेवा करना जारी रखूंगा।’