डॉलर के मुकाबले रुपया बुधवार को पहली बार कारोबार में टूटकर 80 रुपये प्रति डॉलर के पार कर गया। हालांकि बाद में इसमें कुछ सुधार हुआ और यह 37 पैसे की बड़ी गिरावट के साथ अपने अबतक के सबसे निचले स्तर 81.90 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर आ गया।
निवेशकों में घबराहट
विदेशी बाजारों में अमेरिकी मुद्रा में मजबूती और निवेशकों के जोखिम वाले बाजारों में निवेश करने से बचने से घरेलू मुद्रा में गिरावट आई। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 81.90 प्रति डॉलर पर खुला और अंत में 37 पैसे की गिरावट लेकर इसी स्तर पर बंद हुआ। वहीं, मंगलवार को रुपये की विनियम दर 14 पैसे चढ़कर 81.53 प्रति डॉलर पर बंद हुई थी। इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.43 प्रतिशत चढ़कर 114.59 पर पहुंच गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, अब सभी का ध्यान रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक पर है। इस बैठक में नीतिगत दरों पर शुक्रवार को निर्णय लिया जाएगा।