भारतीय रिजर्व बैंक (rbi) ने बढ़ती महंगाई (inflation) पर अंकुश लगाने के लिए बुधवार को प्रमुख नीतिगत दर रेपो (repo rate) को 0.5 प्रतिशत बढ़ाकर 4.9 प्रतिशत कर दिया। एक माह में दूसरी बढ़ी रेपो दर से आवास (home loan) , वाहन (car loan) समेत अन्य कर्ज (loan) की मासिक किस्त (emi) बढ़ेगी। इससे पहले, चार मई को आरबीआई ने बिना किसी तय कार्यक्रम के अचानक रेपो दर में 0.4 प्रतिशत की वृद्धि की थी।
रिजर्व बैंक गवर्नर ने कही यह बात
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिन की बैठक के फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि महंगाई तेजी से बढ़ी है और लक्ष्य की ऊपरी सीमा (छह प्रतिशत) से अधिक है। पिछली मौद्रिक नीति समीक्षा में महंगाई के ऊपर जाने का जो जोखिम जताया गया था, वह अब दिखने लगा है। इसके साथ ही आरबीआई ने महंगाई के 2022-23 की पहली तीन तिमाहियों में छह प्रतिशत से ऊपर रहने की आशंका को देखते हुए चालू वित्त वर्ष के लिये मुद्रास्फीति अनुमान को 5.7 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया है।
यूपीआई से जुड़ेगा क्रेडिट कार्ड
आरबीआई ने क्रेडिट कार्ड को यूपीआई (upi) से जोड़ने का प्रस्ताव किया है। इसका मकसद यूपीआई का दायरा बढ़ाना है। फिलहाल इसकी शुरुआत रूपे क्रेडिट कार्ड से होगी। इससे ग्राहकों को यूपीआई मंच से भुगतान करना और सुगम होगा। वर्तमान में यूपीआई बचत/चालू खातों को डेबिट कार्ड से जोड़कर लेन-देन को सुगम बनाता है। इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से नियमित अंतराल पर जरूरी सेवाओं के लिए खुद-ब-खुद होने वाले भुगतान को 5,000 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये किया गया है।