Nepal plane crash: मुस्तांग इलाके में मिला लापता विमान, खराब मौसम से राहत और बचाव कार्य में आ रही बाधा

नेपाल में तारा एयरलाइन (tara airline) का रविवार को लापता हुए डबल इंजन एयरक्राफ्ट 09 एनएईटी  पहाड़ी जिले मुस्तांग (Mustang ) के कोवांग गांव में मिला त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रमुख ने पुष्टि की कि विमान मिल गया है, लेकिन अभी स्थिति का पता लगाया जाना बाकी है। स्थानीय लोगों ने नेपाली सेना को बताया कि तारा एयर का विमान लामचे नदी के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। । नेपाल में भारतीय दूतावास ने अपना आपात हॉटलाइन नंबर +977-9851107021  मुहैया कराया है।

आपको बता दें कि इससे पहले अधिकारियों ने कहा था कि लापता विमान की तलाश में मदद के लिए  पहले भेजे गए हेलिकॉप्टर खराब मौसम के कारण क्षेत्र में नहीं उतर सका और मौसम साफ होने का इंतजार कर रहा है। तारा एयरलाइन का विमान आज सुबह पोखरा हवाई अड्डे से 19 यात्रियों (12 नेपाली, चार भारतीय और दो जर्मन नागरिकों) और तीन चालक दल के सदस्यों के साथ जोमसोम के लिए रवाना हुआ था। विमान ने पोखरा हवाई अड्डे से सुबह 9 बजकर 55 मिनटर पर उड़ान भरी थी और इसे सुबह 10 बजक 13 मिनट पर जोमसोम में उतरना था। तारा एयर के मुताबिक विमान से आखिरी बार 10 बजकर 07 मिनट जोमसोम के लेते इलाके में संपर्क हुआ था।

नेपाल में भारतीय दूतावास ने आपाता नंबर जारी किया

नेपाल में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, ”तारा एयर उड़ान संख्या 9एनएईटी ने आज पूर्वाह्न नौ बजकर 55 मिनट पर पोखरा से उड़ान भरी थी। यह विमान लापता हो गया है। तलाश और बचाव अभियान जारी है। दूतावास उनके परिवारों के संपर्क में है। नेपाल में भारतीय दूतावास ने अपना आपात हॉटलाइन नंबर +977-9851107021  मुहैया कराया है।

इस बात की जताई जा रही आशंका

 मुख्य जिला अधिकारी नेत्र प्रसाद शर्मा ने कहा कि विमान को मुस्तांग में जोमसोम के आसमान के ऊपर देखा गया और फिर उसे धौलागिरी की चोटी की ओर मोड़ा गया, जिसके बाद विमान से संपर्क टूट गया। अधिकारियों के अनुसार, विमान के मुस्तांग जिले में लेते इलाके के तिती में दुर्घटनाग्रस्त होने का संदेह है। म्यागड़ी के मुख्य जिला अधिकारी चिरंजीवी राणा ने ‘द काठमांडू पोस्ट’ kathmandupost समाचार पत्र को बताया कि खराब मौसम के कारण उस स्थान पर तलाशी का प्रयास बाधित हो रहा है, जहां स्थानीय लोगों ने विमान को आखिरी बार देखा था। राणा के अनुसार, स्थानीय लोगों ने बताया कि विमान ने खैबंग में दो चक्कर लगाए और वह ‘लेटे पास’ (2,500 मीटर) के निकट कीटी डंडा की ओर बढ़ गया।