रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने शनिवार को ऐलान किया कि उनकी दूरसंचार इकाई रिलायंस जियो अगले साल दिसंबर तक पूरे देश में 5जी दूरसंचार सेवाओं की शुरुआत कर देगी।
अंबानी ने ‘इंडिया मोबाइल कांग्रेस’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, मैं दिसंबर 2023 तक देश के हर शहर, हर तालुका और हर तहसील में 5जी पहुंचाने की जियो की प्रतिबद्धता को दोहराना चाहता हूं। इसके पहले अंबानी ने आरआईएल के शेयरधारकों की अगस्त में हुई सालाना बैठक में कहा था कि दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में दीपावली तक 5जी सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी।
जियो की 5जी आत्मनिर्भर भारत की पहचान
अंबानी ने कहा कि जियो की अधिकांश 5जी प्रौद्योगिकी भारत में ही विकसित की गई है, इसलिए इस पर आत्मनिर्भर भारत; की मुहर लगी हुई है। उन्होंने कहा कि 5जी और 5जी-आधारित डिजिटल समाधान आम भारतीयों तक सस्ती एवं उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और कौशल विकास को पहुंचा सकते हैं।
5जी शिक्षा-स्वास्थ्य क्षेत्र में पासा पलट देगा
मुकेश अंबानी के मुताबिक, 5जी प्रौद्योगिकी बिना किसी अतिरिक्त निवेश के मौजूदा अस्पतालों को स्मार्ट अस्पतालों में बदलकर ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर सकती है। इससे उपचार की गति और सटीकता में नाटकीय सुधार होगा और वास्तविक समय में निर्णय लिए जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि 5जी सेवा कृषि, सेवा क्षेत्र, व्यापार, उद्योग, परिवहन और ऊर्जा अवसंचना के डिजिटलीकरण और उनके डेटा प्रबंधन में तेजी लाकर शहरी और ग्रामीण भारत के बीच की खाई को पाटने में सक्षम है।
डिजिटल अर्थव्यवस्था का दिखेगा दम
रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख ने कहा कि जनसांख्यिकी और डिजिटल प्रौद्योगिकी की मिली-जुली ताकत के दम पर भारत दुनिया की अग्रणी डिजिटल सोसाइटी बन सकता है और भारत को 3,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था से वर्ष 2047 तक 40,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाकर और प्रति व्यक्ति आय को मौजूदा 2,000 डॉलर से बढ़ाकर 20,000 डॉलर तक ले जाकर वृद्धि को गति दी जा सकती है।