महिला क्रिकेट की महानतम खिलाड़ियों में से एक मिताली राज ने 23 साल के लंबे शानदार करियर के बाद बुधवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। मिताली ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 232 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में रिकॉर्ड 7805 रन बनाए। उन्होंने 12 टेस्ट और 89 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया।
सोशल मीडिया पर दी जानकारी
मिताली ने संन्यास की घोषणा करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, ”मैं भारत की नीली जर्सी पहनने की यात्रा पर निकली थी क्योंकि अपने देश का प्रतिनिधित्व करना सबसे बड़ा सम्मान होता है। मैंने अपनी यात्रा में कई शीर्ष लम्हे देखे और कुछ मुश्किल दौर का भी सामना किया। इस हर लम्हे ने मुझे कुछ नया सिखाया और पिछले 23 साल मेरे जीवन के सबसे संतोषजनक, चुनौतीपूर्ण और आनंददायक वर्ष रहे।”उन्होंने लिखा, ”पूरी यात्रा का आनंद लिया, इसका भी अंत होना ही था। आज वह दिन है जब मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास लेती हूं।”
महिला क्रिकेट की सबसे बड़ी सुपरस्टार रही मिताली
सोलह की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करके पहले ही मैच में शतक जड़ने वाली मिताली एक समृद्ध विरासत छोड़कर क्रिकेट से रूखसत हुई हैं। उनके कवर ड्राइव और बैक फुट पर स्ट्रोक्स को क्रिकेट जगह बरसों तक याद रखेगा । मिताली ने 23 साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला और इतने लंबे कैरियर के मामले में वह 24 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar)को टक्कर देती हैं। लगातार सात अर्धशतक का रिकॉर्ड बनाने वाली मिताली ने आखिर तक निरंतरता बरकरार रखी । भारतीय खेमे में मतभेद की खबरों के बीच उन्होंने अपना संयम कभी नहीं खोया ।
भरतनाट्यम का शौक
मिताली के पिता भारतीय वायुसेना में थे और यही वजह है कि उनकी बल्लेबाजी में गजब का अनुशासन देखने को मिलता है। बचपन में मिताली को भरतनाट्यम का शौक था लेकिन वह उसे परवान नहीं चढा सकी। वह फुटवर्क क्रिकेट में उनके काफी काम आया। घरेलू क्रिकेट में उन्होंने आंध्र प्रदेश के लिये कुछ समय खेला लेकिन बाद में एयर इंडिया और रेलवे से जुड़ गई ।