प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव के साथ देश के कई राज्यों में हुए उपचुनाव में जीतकर आने वाले सभी जनप्रतिनिधियों को बधाई दी। इसके साथ ही कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर करारा प्रहार भी किया और कहा कि इनके द्वारा फैलाया गया झूठ और विश्वासघात की राजनीति को हार का सामना करना पड़ा है।
अस्थिरता पैदा करने वालों को सबक
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय में पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव और विभिन्न राज्यों में हुए उपचुनावों में विभाजनकारी ताकतों, नकारात्मक राजनीति और वंशवाद की हार हुई है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के लोगों ने स्थिरता के लिए मतदान किया है और अस्थिरता पैदा करने की कोशिश करने वालों को सबक सिखाया है। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि महाराष्ट्र चुनाव से एकता का संदेश मिला है और “एक हैं तो सुरक्षित हैं”के नारे को समर्थन हासिल हुआ है।
झारखंड के लोगों के सामने नतमस्तक
मोदी ने यह भी कहा कि वह झारखंड के लोगों के सामने नतमस्तक हैं और भाजपा राज्य के विकास के लिए और अधिक उत्साह से काम करेगी। मोदी ने कहा, “कांग्रेस और उसके तंत्र ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ फैलाकर वे अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को छोटे-छोटे समूहों में बांट सकते हैं। यह उनके मुंह पर जोरदार तमाचा है।”
कुर्सी प्रथम का सपना देखने वालों को जनता ने धकेला
मोदी ने कहा कि मतदाता अस्थिरता नहीं चाहते हैं और वे राष्ट्र प्रथम में विश्वास करते हैं तथा का सपना देखने वालों को पसंद नहीं करते। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मतदाताओं ने कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश जैसे अन्य राज्यों में किए गए झूठे वादों के आधार पर भी कांग्रेस का मूल्यांकन किया।
भारत में केवल एक संविधान चलेगा
मोदी ने कहा, “महाराष्ट्र में न तो उनके झूठे वादे काम आए और न ही उनका खतरनाक एजेंडा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में केवल एक संविधान चलेगा प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव यह भी दर्शाता है और वह संविधान देश के लोगों को बी. आर. अंबेडकर ने दिया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल जम्मू-कश्मीर में संविधान के अनुच्छेद 370 की दीवार खड़ी करने की फिर से कोशिश कर रहे हैं। मोदी ने कहा, “मैं कांग्रेस और उसके सहयोगियों से यह कहना चाहता हूं कि दुनिया की कोई भी ताकत अनुच्छेद 370 बहाल नहीं कर सकती और हमारे संविधान का अपमान नहीं कर सकती।”