केयर्न एनर्जी से कर विवाद में भारी बेइज्जती के बाद सुलह का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि इस बीच आयकर विभाग ने एक बड़ी भारतीय कंपनी से कर के रूप में कंपनी से 8,334 करोड़ रुपये की मांग की है। आदित्य बिड़ला समूह की ग्रासीम इंडस्ट्रीज ने शुक्रवार को एक नियामकीय जानकारी में यह खुलासा किया है।
ग्रासिम इंडस्ट्रीज ने एक नियामक फाइलिंग में कहा कि आयकर उपायुक्त (डीसीआईटी) ने आकलन वर्ष 2018-19 के लिए यह आयकर की मांग की है। यह आदित्य बिड़ला नुवो और आदित्य बिड़ला फाइनेंशियल सर्विसेज के साथ ग्रासिम इंडस्ट्रीज के विलय की योजना से संबंधित है।
कंपनी ने कही यह बड़ी बात
आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी ने कहा कि वह कर मांग के खिलाफ उचित कदम उठाएगी। कंपनी ने कहा कि उसे लगता है कि यह मांग कर कानून की भावना के खिलाफ है।