हरदीप सिंह पुरी ने नारेडको माही के “निर्मल जल प्रयास” का शुभारंभ किया, जानिए कितने करोड़ लीटर पानी बचाने की है तैयारी

नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (नारेडको) की महिला विंग नारेडको माही ने बुधवार को जल निकायों को बचाने के लिए एक नई पहल “निर्मल जल प्रयास” की शुरुआत की। इस पहल की शुरूआत माननीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने श्री राजन बंदेलकर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, नारेडको और श्रीमती तारा सुब्रमण्यम, अध्यक्षा, नारेडको माही की उपस्थिति में की। ये कार्यक्रम प्लंबएक्स इंडिया में की गई, जिसका आयोजन इंडियन प्लंबिंग एसोसिएशन द्वारा किया गया था। कार्यक्रम के दौरान “निर्मल जल प्रयास“ के लोगो का भी अनावरण किया गया।

500 करोड़ लीटर पानी बचाने की तैयारी

इस मौके पर हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि “नारेडको माही के निर्मल जल प्रयास मिशन को लॉन्च करते हुए बेहद खुश हूं। मुझे बताया गया है कि इस पहल से प्रति वर्ष लगभग 500 करोड़ लीटर पानी की बचत होगी।”उन्होंने आगे कहा, “यह जानना उत्साहजनक है कि पानी की कमी से सबसे ज्यादा प्रभावित महिलाओं ने पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए कदम बढ़ाया है। मैं इस पहल की प्रगति को देखने के लिए उत्सुक हूं।

सभी घरों तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य

सरकार की प्रमुख योजना अमृत पर बोलते हुए, श्री पुरी ने कहा कि 2,77,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ अमृत 2.0 को हमारे सभी शहरों को पानी की सुरक्षा देकर एक नए शहरी भारत की उम्मीदों को साकार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। अमृत 2.0 में हम अपने दायरे को 500 शहरों से लेकर भारत के सभी शहरी निकायों तक बढ़ा रहे हैं। यह 4,700 शहरी स्थानीय निकायों के सभी घरों में 100% पानी की आपूर्ति करेगा।”

पानी बचाने को नारेडको गंभीर

नारेडको माही की इस पहल के शुभारंभ पर अपने संबोधन में बोलते हुए, श्री राजन बंदेलकर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, नारेडको ने कहा कि “इस बात को आज सभी अच्छी तरह से समझ चुके हैं कि जल है तो कल है और जल को सुरक्षित रखना समय की आवश्यकता है। रियल एस्टेट उद्योग और संबद्ध हितधारकों को इस संबंध में काफी अधिक संवेदनशील बनाने की आवश्यकता है। रियल एस्टेट और इसमें उपयोग किए गए जाने वाली विभिन्न तरह की निर्माण सामग्री में इनोवेशन के लिए हमारी खोज के साथ, नारेडको ने हमेशा पानी की हर बूंद को बचाने और पानी की रीसाइक्लिंग को बढ़ावा देने का प्रयास किया है। निर्मल जल प्रयास इस संबंध में नारेडको माही की प्रमुख पहल होने जा रही है।”

इस अवसर पर नारेडको माही की अध्यक्षा सुश्री तारा सुब्रमण्यम ने कहा कि “माही एक नदी है और हमने अपनी महिला विंग माही का नाम भी रखा, क्योंकि दोनों ही जीवन देती हैं और विकास का प्रतीक हैं। जल संरक्षण की दिशा में महत्व और घरों में पानी की बचत को बढ़ावा देने के प्रयासों को हमारी योजनाओं में अच्छी तरह से शामिल किया गया है और यह हमारे मुख्य लक्ष्यों में से एक है। डॉ. अनंता सिंह रघुवंशी, प्रेसिडेंट इलेक्ट, नारेडको माही ने कहा कि “जल की हर बूंद मायने रखती है। अगर हर नागरिक इन कीमती मेघकमल बूंदों को बचाने के लिए जागरूक है, तो हम हर घर में जल उपलब्ध करवा सकते हैं।

गरीबी का चक्र तोड़ने में ऐसा बनेगा मददगार

सुश्री खैर उल निसा शेख, उपाध्यक्षा, नारेडको माही ने कहा कि “निर्मल जल प्रयासों के साथ, हम गरीबी के चक्र को तोड़ने के लिए पानी को आसानी से उपलब्ध करवाना चाहते हैं, जीवन की रक्षा और जीवन बचाने के लिए, स्थानीय, राष्ट्रीय और वैश्विक सभी स्तरों पर सिस्टम में बदलाव लाना चाहते हैं। संपूर्ण तौर पर विकास और कल्याण के बारे में बात करते हुए, सुश्री प्रीति सिंह मुंद्रा, महासचिव, नारेडको माही ने कहा कि “हमारा शरीर लगभग 60 प्रतिशत पानी से बना है और हमारे सभी महत्वपूर्ण कार्य उसी पर निर्भर हैं। इसलिए, हमें समग्र स्वास्थ्य और बेहतर पर्यावरण प्राप्त करने के लिए इकोसिस्टम के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए अपने जल संसाधनों का संरक्षण करने की आवश्यकता है। हम सभी को इस प्रयास में अपना योगदान देना होगा।”