झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने जेल से छूटने के बाद से फिर से तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। हूल दिवस पर भोगनाडीह के कार्यक्रम मंच से रविवार को हेमंत सोरेने ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। यहां के खनिज सम्पदा पर कुछ लोगों की गिद्ध नजर है। उन्होंने कहा कि झारखंड में ऐसा कानून बनाया जाएगा कि यहां उत्पादित होने वाले खनिज पदार्थ का इस्तेमाल पहले यहां लोग करेंगे,उसके बाद उसे बाहर ले जाने दिया जाएगा। साथ ही यह भी वादा किया कि 75 फीसदी स्थानीय लोगों को नौकरी मिले, इसके लिए भी प्रयास होगा।
जेल की रोटी भी तोड़ कर आ गए हैं
हेमंत ने कहा कि अब तो वे जेल से घूमकर आ गए हैं। जेल की रोटी भी तोड़ कर आ गए हैं। जेल, फांसी व पुलिस की लाठी हमारे पूर्वजों ने सहा है, झेला है। अगर वे अपनी शहादत और संघर्ष नहीं दिए होते तो इस राज्य में आदिवासी-मूलवासी देखने को भी नहीं मिलते । सोरेन ने कहा कि हूल दिवस सदियों से मनाया जा रहा है। लेकिन यह संयोग है कि इसबार का हूल दिवस मेरे लिए, तमाम झारखंडियों के लिए ,आदिवासियों- मूलवासियों के लिए प्ररेणा दिवस है