कोविड के दो साल बाद इस त्योहारी सीजन में सोने-चांदी के कारोबारी अच्छी बिक्री की उम्मीद कर रहे हैं। उन्हें करवा चौथ पर सोना सस्ता रहने से बंपर बिक्री होने का अनुमान है।
कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) के सहयोगी संगठन तथा देश के छोटे जौहरियों के सबसे बड़े संगठन ऑल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन { AIJजीएफ़) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने आज बताया कि इस बार दिवाली त्यौहार के फेस्टिवल सीजन में देश भर के ज्वेलर्स एवं सोने चाँदी के व्यापार से जुड़े लाखों लोगों को कोविड के दो साल बाद इस वर्ष अच्छे व्यापार की उम्मीद है और इस कड़ी में कल देश भर महिलाओं के सबसे पावन त्यौहार करवा चौथ पर देश भर के स्वर्ण एवं चाँदी के व्यापारियोंकी निगाहें टिकी हैं ।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल एवं श्री अरोड़ा ने कहा की सोने एवं चाँदी के भाव स्थिर रहने के कारण अच्छे व्यापार की उम्मीद की जाती है । उन्होंने बताया की वर्तमान में एमसीएक्स में चांदी का भाव 57900 और सोने का भाव 50965 चल रहा है। चांदी के भाव में कमी है, हालांकि सोने के भाव में गिरावट ज्यादा नहीं है।फिर भी देश भर के ज्वैलरी व्यापारियों को बड़ी उम्मीद है कल करवा चौथ के बड़े त्यौहार पर दो वर्षों के बाद बड़ा व्यापार होगा ।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया ने कहा की करवा चौथ से पहले मंगलवार कल सोने-चांदी के भाव में गिरावट हुई । चांदी का भाव प्रति किलो 59500 और सोने का दाम प्रति दस ग्राम 51900 रुपये दर्ज किया गया । मार्केट विशेषज्ञों के अनुसार अंतररष्ट्रीय बाजार में मची उथल-पुथल के चलते भाव बढ़े थे। अब भाव फिर से कम हो रहे हैं।
अरोड़ा ने कहा की इसी वजह से ग्राहक देश भर में खरीद के लिए उत्सुक लगते हैं । सोमवार को चांदी का भाव प्रति किलो 60 हजार था। सोने का भाव प्रति दस ग्राम 52300 रुपये था। अब चांदी के भाव प्रति किलो 1000 रुपये और सोने के दाम में प्रति दस ग्राम चार सौ रुपये की गिरावट आई है। बीते एक सप्ताह से भाव में कमी देखने को मिल रही है। अरोड़ा ने कहा की चार अक्तूबर को चांदी के भाव 61500 रुपये किलो तक पहुंच गए थे। अब सभी दुकानदारों के निगाहें कल करवा चौथ पर होने वाले व्यापार पर लगी हुईं है