भारत के लिए इलेक्ट्रिक वाहन अर्थव्यवस्था के लिए पासा पलटने वाले साबित होंगेः अमिताभ कांत

जी-20 शेरपा अमिताभ कांत ने बुधवार को कहा कि भारत को अगले चार साल में दोपहिया और तिपहिया वाहनों के शत-प्रतिशत विद्युतीकरण यानी बैटरी से चलने वाले वाहनों का लक्ष्य रखना चाहिए। उन्होंने वाहन कलपुर्जा विनिर्माताओं के संगठन एसीएमए की तरफ से आयोजित वार्षिक कार्यक्रम में कहा कि देश का ध्यान हाइब्रिड और बैटरी से चलने वाले वाहनों पर होना चाहिए।

सिर्फ भारत के पास तेज विकास की क्षमता

कांत ने कहा कि मेरा विचार है कि हरित वाहन क्रांति वास्तव में हमारे दरवाजे पर दस्तक दे रही है और चाहे हम इसे पसंद करें या नहीं भारत को साझा और बिजली चालित परिवहन पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बात केवल बैटरी से चलने वाले वाहनों की ही नहीं है बल्कि भारत के पूरे वाहन क्षेत्र में दुनिया के विकसित देशों की तुलना में ज्यादा विकास की क्षमता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में प्रति एक हजार आबादी पर करीब 980 कारें हैं। जबकि भारत में यह आंकड़ा 20 के करीब है। विकसित देश इस क्षेत्र में विकास की अंतिम अवस्था तक पहुंच चुके हैं। जबकि भारत ने अभी तो शुरुआत की है।

पांच गुना बढ़ी इलेक्ट्रिक वाहन की बिक्री

  वाहन डीलरों के संगठन फाडा के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष में दो पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की खुदरा बिक्री 2,31,338 इकाई रही, जो 2020-21 के 41,046 इकाई के आंकड़े की तुलना में पांच गुना अधिक है।