फोर्ड का कारखाना खरीदने के लिए कंपनियों में होड़, एमजी, महिन्द्रा और ओला ने दिखाई दिलचस्पी, रोजगार बचाने के लिए सरकार भी करेगी मदद

अमेरिकी कंपनी फोर्ड मोटर ( Ford India) भारत में भले ही अपने कारोबार को रफ्तार देने में नकाम रहने के बाद कारखाना बंद करने का फैसला किया हो। लेकिन उसके कारखाने में कई भारतीय और विदेशी वाहन कंपनियों को कारोबारी भविष्य दिख रहा है। केवल कार कंपनियां ही नहीं बल्कि दोपहिया कंपनियां भी फोर्ड के भारतीय कारखाने को खरीदने के लिए दिलचस्पी दिखा रही हैं। इन कंपनियोें में देसी कंपनी महिन्द्रा से लेकर ब्रिटेन की एमजी मोटर समेत कई के नाम आ रहे हैं। फोर्ड का भारत में तिमलनाडु में चेन्नई गुजरात के साणंद में कारखाना है।

एमजी सबसे तगड़ी दावेदार

फोर्ड मोटर के भारतीय कारखाने को खरीदने के लिए एमजी मोटर भी शुरुआती दिलचस्पी दिखा रही है। सूत्रों का कहना है कि एक के बाद एक नए और बेहतरीन सेगमेंट फर्स्ट कारें एमजी मोटर भारत में ला रही है उसको देखते हुए कंपनी को विस्तार की जरूरत पड़ेगी। पिछले दिनों कंपनी ने एआई बेस्ड एसयूवी एस्टर उतारी है। इस मौके पर कंपनी ने कहा कि वह डीलरशिप नेटर्वक को 278 से बढ़ाकर इस साल 300 के पार पहुंचाने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने एस्टर के दाम का खुलासा अभी नहीं किया है लेकिन सूत्रों का कहना है कि इसकी शुरुआती कीमत 10 लाख रुपये के करीब रह सकती है। ऐसे में यह बिक्री के मामले में एमजी को बढ़त देने वाला मॉडल साबित हो सकती है। इसे देखते हुए विशेषज्ञों को फोर्ड मोटर के कारखाने को खरीदने के लिए एमजी की दावेदारी को सबसे तगड़ी लग रही है।

इस देसी कंपनी ने फोर्ड को भारत में उंगली पकड़ चलाया था

भारतीय वाहन कंपनी महिन्द्रा एंड महिन्द्रा का फोर्ड से बहुत पुराना संबंध है। फोर्ड ने 1998 में महिन्द्रा के साथ मिलकर ही अपनी पहली कार भारत में उतारी थी। लेकिन आगे चलकर दोनों कंपनियों में करार टूट गया और फोर्ड ने अपना काराखाना शुरू किया। फोर्ड अपनी घटकी बिक्री बढ़ते घाटे को देखते हुए पिछले कुछ वर्षों से एक साझेदार को तलाश रही थी। पिछले साल फोर्ड और महिन्द्रा में संयुक्त रूप से भारत में कार बनाने का करार किया था। लेकिन इसपर अमल होने के पहले की इस साल की शुरुआत में यह करार टूट गया। सूत्रों का कहना है कि अब महिन्द्रा फोर्ड के भारतीय कारखाने को खरीदने में दिलचस्पी दिखा रही है। हालांकि, बातचीत अभी शुरुआती स्तर पर है।

बाइक-स्कूटर बनाने वाली कंपनियां भी दौड़ में

फोर्ड मोटर के कारखाने को खरीदने के लिए ओला इलेक्ट्रिक भी बातचीत कर रही है। ओला ने हाल ही में अपना इलेक्ट्रिक स्कूटर बाजार में उतारा है। कंपनी ने सिर्फ दो दिन में 1100 करोड़ रुपये का स्कूटर बेचा डाला। ओला काफी तेजी से विस्तार कर रही है। वहीं इलेक्ट्रिक दोपहिया बनाने वाली रॉफ्ट मोटर भी फोर्ड के कारखाने को खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। हालांकि, बाजी किसके हाथ लगेगी यह वक्त बताएगा। लेकिन इस बीच तमिलनाडु सरकार ने भरोसा देते हुए कहा है कि चेन्नई के फोर्ड कारखाने को जो कंपनी भी खरीदेगी उसी नई कंपनी की तरह हर सुविधाएं दी जाएंगी जिससे वहां काम करने वाले कर्मचारियों का रोजगार बचा रहे। चेन्नई कारखाने में 2000 कर्मचारी काम करते हैं।