विजयपुरा, 12 जुलाई (आईएएनएस)। कर्नाटक में महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित विकास निगम लिमिटेड में हुए घोटाले को लेकर बयानबाजी का दौर जारी है। बीजेपी के आरोपों पर और ईडी की जांच को लेकर अब कर्नाटक सरकार में मंत्री एमबी पाटिल ने प्रतिक्रिया दी है।
कर्नाटक सरकार में उद्योग मंत्री एमबी पाटिल ने कहा कि वाल्मीकि निगम के करोड़ों रुपये के घोटाले की जांच एसआईटी पहले से ही कर रही है। हमें एसआईटी पर पूरा भरोसा है। हालांकि, अब प्रवर्तन निदेशालय भी जांच कर रहा है। हमें इस पर कोई आपत्ति नहीं है। हमारी मांग है कि बिना किसी राजनीतिक दबाव के निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
मंत्री एमबी पाटिल विजयपुरा शहर में मीडिया से बात करते हुए कर्नाटक के पूर्व मंत्री बी नागेंद्र और कांग्रेस विधायक बसनगौड़ा दद्दाल के आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा मारी गई रेड पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि मामले में नागेंद्र की भूमिका हो या न हो, जांच निष्पक्ष होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसकी जांच बिना किसी दबाव के होनी चाहिए और जो भी दोषी हो, उसे सजा मिलनी चाहिए। सीएम सिद्दारमैया पहले ही एमयूडीए घोटाले के बारे में जवाब दे चुके हैं। आवंटन भाजपा के कार्यकाल में ही हुआ था।
बता दें कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (मुदा) घोटाले का आरोप लगा है। अवैध धन हस्तांतरण मामले को लेकर ईडी कांग्रेस के दो नेताओं के ठिकानों पर भी छापा मार चुकी है।
इससे पहले कर्नाटक के बीजेपी अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने घोटाले को लेकर सिद्दारमैया सरकार पर सवाल उठाए थे। बीवाई विजयेंद्र ने कहा था कि जो पैसा एससी/एसटी के लिए आवंटित किया जाना था, उसका इस्तेमाल कर्नाटक के अलावा कई अन्य राज्यों में भी किया गया। उन्होंने आरोप लगाया था कि कर्नाटक के शहरी विकास मंत्री बैराठी सुरेश घोटाले में शामिल अधिकारियों को बचा रहे हैं और खुद सीएम सिद्दारमैया इसमें शामिल हैं।
–आईएएनएस
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