Stampede in Hathras: उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ में सौ से अधिक लोगों की जान चली गई और 150 से अधिक घायल हैं। अब इस भगदड़ की वजह से भी सामने आने लगी है। बताया जा रहा है कि कीचड़,फिसलन भरी जमीन और फिर बाबा के दर्शन के लिए धक्का मुक्की 100 से अधिक लोगों की मौत की वजह बनी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कहा है कि दोषियों को किसी भी हाल नें छोड़ा नहीं जाएगा।
बाबा के पैरों के आसपास की मिट्टी इकट्ठा करने की लगी थी होड़
आपको बता दें कि हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र में आयोजित एक सत्संग में मंगलवार को भगदड़ मच गयी, जिसमें 116 लोगों की मौत हो गयी और कई घायल हो गये। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पानी की टंकियों और बारिश के पानी ने आस-पास की नालियों को भर दिया था, जिससे सतह फिसलन भरी हो गई थी। इसके बाद प्रवचन देने वाले बाबा वहां से निकले, तो भक्त अचानक उनके पीछे उनके पैर छूने के लिए दौड़े। इसके बाद जब लोग वापस लौटे तो अचानक फिसलन भरी जमीन के कारण वे एक-दूसरे पर गिर पड़े। इसी बीच पीछे से आ रही भीड़ गिरे हुए लोगों को कुचलते हुए आगे आगे बढ़ गयी जिसमें बडी संख्या में लोगों की मौत हो गई। सिकंदराराऊ के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) रवेंद्र कुमार ने कहा कि भगदड़ तब हुई जब श्रद्धालु सत्संग के अंत में प्रवचनकर्ता भोले बाबा की एक झलक पाने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोगो बाबा के पैरों के आसपास की मिट्टी भी इकट्ठा करना चाहते थे।
यह बहुद दर्दनाक हादसा है: एडीजी
आगरा जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अनुपम कुलश्रेष्ठ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रवचन चल रहा था, जिसमें ज्यादातर महिलाएं प्रवचन सुनने गई थीं। जब प्रवचन समाप्त हुआ, तो अचानक भीड़ लग गई, महिलाओं को घुटन महसूस हुई, उसके बाद इस घटना के बारे में पता चला। एडीजी ने कहा कि यह बहुत ही दर्दनाक हादसा है, हमारी प्राथमिकता उन लोगों को उपचार उपलब्ध कराना है जो घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा हम सभी मृतकों की पहचान कर रहे हैं और उनकी तस्वीरें ले रहे हैं, ताकि हम उनके शवों को उनके परिवारों को सौंप सकें।