Neet ug exam: नीट यूजी परीक्षा में पेपर लीक होने की बात सामने आने के बाद हर दिन मामला और पेचीदा होता जा रहा है।एक तरफ रविवार को पेपरलीक मामले की जांच करने बिहा गई सीबीआई की टीम हमला होता है। वहीं दूसरी ओर नीट-यूजी में जिन 1,563 अभ्यर्थियों को पहले ग्रेस अंक दिए गए थे, उनमें से आधे यानी 813 अभ्यर्थी ही रविवार को दोबारा परीक्षा में शामिल हुए। बाकी दोबारा परीक्षा में बैठने के डर से नहीं आए।
एक ही सेंटर के परीक्षार्थियों को 100 फीसदी अंक मिले थे
आपको बता दें कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद सात केंद्रों पर दोबारा परीक्षा आयोजित की गई। पांच मई को नीट-यूजी की परीक्षा के दौरान जिन छह केंद्रों पर परीक्षा देर से शुरू हुई वहां समय की हानि की भरपाई के लिए ग्रेस अंक दिए गए थे। इसको लेकर विवाद हुआ था। विवाद बढ़ने पर केंद्र ने बाद में उच्चतम न्यायालय को बताया कि ग्रेस अंक खत्म किये जा रहे हैं और इन 1,563 छात्रों को दोबारा परीक्षा में बैठने का विकल्प दिया जाएगा। आरोप थे कि ग्रेस अंक के कारण अंकों में वृद्धि हुई और हरियाणा के एक ही केंद्र से ग्रेस अंक पाने वाले छह अभ्यर्थियों को 61 अन्य के साथ पूरे 720 अंक प्राप्त हुए।
शहर में बने केंद्र पर दोबारा परीक्षा देने कोई नहीं आया
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुल 1,563 उम्मीदवारों में से करीब 52 प्रतिशत यानी 813 रविवार को दोबारा परीक्षा में शामिल हुए। अधिकारी के मुताबिक चंडीगढ़ में कोई भी अभ्यर्थी उपस्थित नहीं हुआ। वहीं छत्तीसगढ़ से 291, गुजरात से एक, हरियाणा से 287 और मेघालय से 234 अभ्यर्थी शामिल हुए। अधिकारी ने आगे कहा कि प्राप्त जानकारी के आधार पर बिहार के केंद्रों से परीक्षा देने वाले 17 उम्मीदवारों को परीक्षा से वंचित कर दिया गया। इसके अलावा शनिवार को गुजरात के गोधरा से 30 अतिरिक्त अभ्यर्थियों के भी परीक्षा देने पर रोक लगा दी गई थी।