मोरबी में तारों के पुल का प्रबंधन करने वाले ओरेवा समूह के चार कर्मचारियों सहित नौ लोगों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही, जिन कंपनियों को इस पुल के रखरखाव एवं संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, उसके खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है।
पुल कुछ ही सेकंड के अंदर टूट गया
मच्छु नदी पर स्थित यह केबल पुल रविवार को टूट गया था और इस हादसे में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर सोमवार को 134 पहुंच गई। हादसे से पहले की वीडियो क्लिप में यह देखा जा सकता है कि पुल कुछ ही सेकंड के अंदर टूट गया और इस पर मौजूद काफी संख्या में लोग नदी में गिर गये। पुल को व्यापक स्तर पर मरम्मत के बाद पांच दिन पहले ही फिटनेस प्रमाणपत्र के बिना खोल दिया गया था।
पुलिस ने कही यह बात
राजकोट रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अशोक यादव ने कहा कि मोरबी हादसा मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनमें पुल का प्रबंधन करने वाले ओरेवा समूह के दो प्रबंधक और दो टिकट बुकिंग क्लर्क भी शामिल हैं। हादसे के एक दिन बाद सोमवार को भी बचाव अभियान जारी रहा।
मुख्यमंत्री ने संभाली कमान
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और प्रदेश के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी विभिन्न एजेंसियों द्वारा चलाये जा रहे बचाव अभियान की निगरानी के लिए रविवार रात मोरबी में ही डेरा डाले रहे। संघवी ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार ने पुल हादसे की जांच के लिए एक समिति गठित की है। पुलिस ने उन एजेंसियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के आरोपों के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की है, जिन्हें इसके रखरखाव और संचालन की जिम्मेदारी दी गई थी।
बड़ी लापरवाही आई सामने
प्राथमिकी में कहा गया है कि एजेंसी ने पुल के रखरखाव और प्रबंधन में लचर रवैया रहने से लोगों की मौत हो सकने को जानते हुए भी उसे लोगों के लिए खोल दिया। नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि पुल को एक निजी उद्घाटन कार्यक्रम में फिर से खोला गया था और इसे नगर निकाय की ओर से फिटनेस प्रमाणपत्र मिलना बाकी था।