नई दिल्ली, 6 सितंबर (आईएएनएस)। ‘वक्फ (संशोधन) कानून’ पर विचार करने के लिए बनाई गई जेपीसी की चौथी बैठक में भी जोरदार हंगामा हुआ। बैठक में आए मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधियों ने जहां बिल की आवश्यकता और इसके प्रावधानों पर सवाल उठाते हुए इसका विरोध किया, वहीं, विपक्षी सांसदों ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा बैठक में दिए गए प्रजेंटेशन को ही गलत बताते हुए हंगामा कर दिया।
शुक्रवार की बैठक में भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच जोरदार बहस देखने को मिली। संसद भवन परिसर में हुई जेपीसी की चौथी बैठक में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों ने प्रजेंटेशन पेश किया। हालांकि, विपक्षी दलों के सांसदों ने उनके द्वारा पेश किए गए आंकड़ों को ही गलत बताते हुए हंगामा कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक, एएसआई के अधिकारियों ने बैठक में यह बताया कि वक्फ बोर्ड के साथ देशभर में 132 संपत्तियों को लेकर उनका विवाद है। लेकिन, आम आदमी पार्टी सांसद ने तुरंत इस आंकड़े को गलत बताते हुए कहा कि आप पूरे देश के लिए 132 का आंकड़ा बता रहे हैं, जबकि सिर्फ दिल्ली में ही एएसआई ने 172 वक्फ संपत्तियों पर कब्जा कर रखा है।
इस मुद्दे को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच तीखी तकरार हुई। हालांकि, वक्फ बोर्ड के अधिकारों को लेकर जब एक अधिकारी ने अपनी बात कही तो, भाजपा के कई सांसदों ने भी उनका विरोध किया।
सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को हुई जेपीसी की बैठक में जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया और तेलंगाना वक्फ बोर्ड के प्रतिनिधियों ने भी विस्तार से अपनी बात रखते हुए बिल का विरोध किया। मुस्लिम संगठनों ने वक्फ बोर्ड में गैर मुस्लिमों को शामिल करने, कलेक्टर को ज्यादा अधिकार देने, वक्फ बाई यूजर को हटाने, वक्फ को संपत्ति दान करने के लिए 5 साल का प्रैक्टिसिंग मुस्लिम होने की अनिवार्य शर्त जैसे कई प्रावधानों को पूरी तरह से गलत बताते हुए बिल की जरूरत और सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाया।
–आईएएनएस
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