हरियाणा के लिए उम्मीदवारों के चयन में सामाजिक समीकरणों का रखा गया ध्यान : बिप्लव देव

चंडीगढ़, 5 सितंबर (आईएएनएस)। हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी की 67 उम्मीदवारों की पहली सूची पर प्रतिक्रिया देते हुए पार्टी के प्रदेश प्रभारी बिप्लब देब ने गुरुवार को कहा कि उम्मीदवारों की सूची तैयार करने में सामाजिक समीकरणों का पूरा ध्यान रखा गया है और हर समाज को प्रतिनिधित्व दिया गया है।

त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं। इन सभी सीटों पर जीत का परचम लहराने के लिए हमारी पार्टी तैयार है। तैयारियों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पहली सूची में 67 उम्मीदवारों को जगह दी गई है। इसमें 14 पिछड़ा वर्ग के प्रतिनिधि भी शामिल हैं। सभी सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए प्रत्याशियों का चयन किया गया है।”

भाजपा ने बुधवार शाम 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी।

उन्होंने आगे कहा, “हमने दलित समुदाय से जुड़े लोगों को भी जगह दी है। इस बात का विशेष ध्यान रखा है कि किसी भी समाज का व्यक्ति वंचित न रहे। हर समाज को राजनीति में अपनी भागीदारी निभाने का मौका मिले।”

भाजपा नेता ने कहा कि कोई वर्ग राजनीति में हिस्सा लेने से वंचित न रहे, पार्टी की यही कोशिश है। आम तौर पर पहले छोटे समुदायों को राजनीतिक दलों द्वारा नजरअंदाज कर दिया जाता था, लेकिन हमारी पार्टी ने ऐसा कभी नहीं किया है।

उन्होंने कहा, “पार्टी ने नौ मौजूदा विधायकों के भी टिकट काटे हैं। इसमें मंत्री भी शामिल हैं। मौजूदा समय में राजनीतिक समीकरण को ध्यान में रखते हुए हमने यह कदम उठाया है, लिहाजा कोई भी उसे निजी तौर पर न ले।”

उन्होंने कहा कि जब 2014 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे, तो हरियाणा में भी भाजपा की सरकार बनी। इसके बाद, 2019 के लोकसभा चुनाव में भी नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने, तो हरियाणा में फिर कमल खिला। इस लिहाज से देखें तो इस बार भी यहां भाजपा की ही सरकार बनने जा रही है। अब तक राजनीतिक परिस्थितियों से यही स्पष्ट हुआ है कि जब कभी भाजपा ने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की है, तो हरियाणा में भी पार्टी सरकार बनाने में सफल हुई है और इस बार भी कुछ ऐसा ही देखने को मिलेगा।

–आईएएनएस

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