वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत ने महंगाई के प्रबंधन के लिए प्रतिबंधों के बीच रूस से सस्ती दर पर कच्चे तेल का आयात बढ़ाया है। वित्त मंत्री ने कहा कि कच्चे तेल की वैश्विक कीमतें किसी के भी सामर्थ्य से बाहर जा रही थीं, ऐसी स्थिति में रूस से तेल खरीदने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साहस का मैं सम्मान करती हूं।
रूस बेच रहा सस्ता तेल
रूस कच्चे तेल को छूट पर देने के लिए तैयार हैं और हमने तेजी से इसका प्रबंध किया। सीतारमण ने आर्थिक शोध संस्थान इंडिया काउंसिल फॉर रिसर्च ऑन इंटरनेशनल इकनॉमिक रिलेशंस (इक्रियर) की तरफ से आयोजित सम्मेलन में यह बात कही। उन्होंने कहा, मुद्रास्फीति को नियंत्रण में करने के उपायों के रूप में देश ने कुछ महीनों में पेट्रोलियम उत्पादों के कुल लदान में रूस से कच्चे तेल के आयात को बढ़ाकर 12 से 13 प्रतिशत कर दिया है, जो पहले लगभग दो प्रतिशत था। सीतारमण ने कहा, अभी भी कई देश (जापान और इटली सहित) रूस से कच्चा तेल और गैस प्राप्त करने के लिए अपना रास्ता खोज रहे हैं।
खपत के लिए आयात पर निर्भर है भारत
उल्लेखनीय है कि भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए तेल उत्पादक देशों पर अधिक निर्भर है। देश कुल ऊर्जा जरूरतों का 80 से 85 प्रतिशत विदेशों से आयात करता है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता और कच्चे तेल आयातक है।