जालंधर,30 अगस्त (आईएएनएस)। पंजाब के जालंधर में श्री अकाल तख्त साहिब के सचिवालय में शुक्रवार को पांच सिंह साहिबानों ने बैठक की। बैठक में शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को दोषी ठहराया गया। सुखबीर बादल को उनकी सरकार के कार्यकाल में हुई सांप्रदायिक गलतियों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
ज्ञानी रघबीर सिंह ने बताया कि आज पांचों सिंह साहिबानों की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि सुखबीर बादल ने राज्य के उपमुख्यमंत्री और अकाली दल के अध्यक्ष के तौर पर ऐसे फैसले लिए, जिससे पंथक को नुकसान हुआ और अकाली दल की हालत बहुत खराब हो गई व सिख हितों को नुकसान पहुंचा। इसलिए सुखबीर बादल को तनखैया (दोषी) करार दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि इसलिए उस समय के सिख कैबिनेट मंत्री 15 दिनों के अंदर हलफनामा दें और सुखबीर बादल श्री अकाल तख्त साहिब पर पांच सिंह साहिबान और श्री गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष एक आम सिख की तरह पेश होकर अपने अपराध के लिए माफी मांगें।
इससे पहले, पूर्व सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की पूर्व प्रमुख बीबी जागीर कौर समेत शिरोमणि अकाली दल के बागी नेता एक जुलाई को जत्थेदार के समक्ष पेश हुए थे। उन्होंने 2007 से 2017 के बीच पार्टी के शासन के दौरान की गई चार गलतियों के लिए माफी मांगी थी। इन गलतियों में 2015 की बेअदबी की घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित नहीं करना और 2007 के ईशनिंदा मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को माफ करना शामिल है। नेताओं ने इन “गलतियों” के लिए तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल को जिम्मेदार ठहराया था।
–आईएएनएस
आरके/सीबीटी