नई दिल्ली, 27 अगस्त (आईएएनएस)। 9 अगस्त को कोलकाता के आरजे कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के साथ शर्मनाक बलात्कार और हत्या मामले में मंगलवार को कोलकाता की सड़कों पर बवाल देखने को मिला।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग कर रहे छात्रों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प की घटना सामने आई है। जिसके बाद भाजपा ने ममता सरकार पर अपराधियों को बचाने का आरोप लगाया। साथ ही पुलिस की ज्यादतियों के जरिये प्रदर्शनकारी छात्रों की आवाज को कुचलने का भी आरोप लगाया।
प्रदर्शनकारी छात्रों पर पानी की बौछार किए जाने को लेकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि परेशान करने वाली इन तस्वीरों ने देश को क्रोधित कर दिया है।
जेपी नड्डा ने एक्स पोस्ट पर लिखा, “कोलकाता से पुलिस की बर्बरता की तस्वीरों ने लोकतांत्रिक सिद्धांतों को महत्व देने वाले हर व्यक्ति को नाराज कर दिया है। दीदी के पश्चिम बंगाल में बलात्कारियों और अपराधियों की मदद करना अपराध नहीं है, लेकिन महिलाओं की सुरक्षा के लिए बोलना अपराध है।”
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीय डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के कुछ दिनों बाद, छात्रों ने मंगलवार को राज्य सचिवालय नबन्ना तक एक विरोध मार्च आयोजित किया। जब प्रदर्शनकारियों ने मार्च किया, तो पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारें की।
सूत्रों के अनुसार, विरोध मार्च के लिए कोई अनुमति नहीं दी गई थी, जबकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि रैली के दौरान अशांति पैदा करने की साजिश रची जा रही थी।
वहीं तृणमूल नेता कुणाल घोष ने एक्स पोस्ट पर कहा, “हर किसी ने देखा कि कैसे भाजपा के गुंडों ने बैरिकेड तोड़ दिए और पुलिस पर हमला किया। पुलिसकर्मी घायल हो गए, फिर भी उन्होंने संयम बनाए रखा। भाजपा के गुंडे परेशानी पैदा कर रहे हैं, और अब उन्होंने बंद बुलाया है। सामान्य जनजीवन प्रभावित नहीं होना चाहिए।”
इस बीच, भाजपा की बंगाल इकाई ने मंगलवार की ‘नबन्ना अभिजन’ (बंगाल सचिवालय तक मार्च) विरोध रैली में भाग लेने वाले प्रदर्शनकारियों पर पुलिस कार्रवाई की निंदा करने के लिए बुधवार को राज्य में 12 घंटे की आम हड़ताल का आह्वान किया है।
–आईएएनएस
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