‘हर घर तिरंगा’ अभियान से खादी के राष्‍ट्रीय ध्‍वज की बिक्री में 1101 प्रत‍िशत की वृद्धि : मनोज कुमार

मुंबई, 23 अगस्त (आईएएनएस)। मुंबई के बोरीवली स्थित सीवी कोरा ग्रामोद्योग संस्थान में शुक्रवार को खादी राष्ट्रीय ध्वज कार्यकर्ता संवाद का आयोजन किया। इस आयोजन का उद्देश्य देश में खादी राष्ट्रीय ध्वज का उत्पादन व बिक्री बढ़ाने और देश के सभी खादी संस्थाओं को सशक्त बनाना और प्रोत्साहित करना है।

खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार ने खादी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान से खादी के राष्ट्रीय ध्वजों की मांग में भारी वृद्धि दर्ज की गई। पीएम मोदी की ब्रांड शक्ति से खादी विकसित भारत की गारंटी बन गयी है।

उन्होंने कहा कि ‘हर घर तिरंगा अभियान’ के दौरान खादी के राष्ट्रीय ध्वज की बिक्री 1101 प्रतिशत तक बढ़ी। पिछले तीन वर्षों में जब से तिरंगा यात्रा की शुरुआत हुई है, खादी के राष्ट्रीय ध्वज की बिक्री 33 करोड़ रुपये को पार कर गई है। उन्होंने कहा कि साल 2013-14 में देश में जहां खादी से बने राष्ट्रीय ध्वज की बिक्री सिर्फ 87 लाख रुपये की थी, जो साल 2023-24 में बढ़कर 10.45 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।

उन्होंने कहा कि खादी जगत में काम करने वाले तमाम कारीगरों को हम सैल्यूट करते हैं। खादी जगत के खि‍लाफ दुष्प्रचार करने वाले लोगों को खादी जगत के लोग जवाब दे रहे हैं। खादी जगत के कारीगरों की ओर से मैं खादी का दुष्प्रचार करने वाले से पूछता हूं कि 2014 से पहले खादी की बिक्री कितनी थी? खादी का उत्पादन कितना था? कितने लोगों को रोजगार मिल रहा था? कारीगरों का वेतन कितना था? 2014 में पहले उत्पादन और बिक्री कितनी थी? खादी का दुष्प्रचार करने वाले यह भी बताएं कि 2014 से पहले खादी का बुरा हाल क्यों था।

बता दें कि ‘हर घर तिरंगा’ अभियान मोदी सरकार की एक पहल है। इसका उद्देश्य स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश के हर घर में तिरंगा फहराना है। अभियान का मुख्य उद्देश्य देश के नागरिकों में देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ावा देना है। सरकार ने इस अभियान से जुड़कर हर किसी से अपने घर पर तिरंगा फहराने की अपील की है।

इस अभियान का एक उद्देश्य यह भी है कि लोग स्वतंत्रता संग्राम और महान नेताओं के बारे में जानें। देश के नागरिकों में राष्ट्रीय गौरव और सम्मान की भावना को बढ़ावा मिले। लोग स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानें।

–आईएएनएस

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