जिस पोलैंड में पहुंचे हैं पीएम मोदी, सारे जहां की खूबसूरती समेटे यूरोप के इस छोटे से देश के बारे में जानें सबकुछ

नई दिल्ली, 21 अगस्त (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार पोलैंड यात्रा पर गए हैं। 45 साल बाद भारत के प्रधानमंत्री का यह पौलेंड दौरा है। लेकिन, 70 सालों में पौलेंड के साथ भारत के रिश्ते हमेशा प्रगाढ़ रहे हैं। पोलैंड यूरोप का एक छोटा सा देश है जो वहां की कला-संस्कृति, महलों की खूबसूरती सहित ऐतिहासिक धरोहर, पहाड़, झरनों की विरासत को अपने में समेटे हुए है। आज भी पोलैंड के गांवों से लेकर विभिन्न शहरों में इसकी झलक देखने को मिल जाती है।

अगर आप पोलैंड घूमने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको इस स्टोरी के माध्यम से बताने जा रहे हैं कि पोलैंड में घूमने के लिए मशहूर टूरिस्ट प्लेस कौन-कौन से हैं।

घूमने के लिए पोलैंड पहुंचे पर्यटकों के लिए पोलैंड की राजधानी वारसॉ सटीक जगह है। पोलैंड के बड़े शहरों में से एक वारसॉ में घूमने के लिए कई जगहें हैं। यहां कई ऐतिहासिक स्मारक के अलावा सुंदर महल भी है। विज्ञान पर आधारित कई म्यूजियम हैं। यहां पर चित्रकार जोज़ेफ़ मेहोफ़र द्वारा बनाया गया “स्ट्रेंज गार्डन” है जो वारसॉ में राष्ट्रीय संग्रहालय के संग्रह की सबसे प्रसिद्ध और सबसे प्रिय चित्रों में से एक है। यह पोलिश ग्रामीण इलाकों में घने, मध्य जुलाई के मौसम को पूरी तरह से दर्शाता है।

पोलैंड का दूसरा शहर क्राको घूमने के लिहाज से पर्यटकों की पहली पसंद है। क्योंकि, यहां पर पर्यटकों को पोलैंड के इतिहास को समझने के लिए काफी मसाला मिल जाता है। यहां विल्लिज़्का साल्ट माइन, वावेल रॉयल कैसल, द क्लॉथ हॉल और सेंट मैरी बेसिलिका हैं।

यूनेस्को के धरोहर में शामिल पोलैंड के खूबसूरत शहरों में से एक है माल्बोर्क। यह शहर अपने यहां के महलों, चर्चों के लिए जाना जाता है। यह उन शूरवीरों के लिए जाना जाता है जो कभी यहां रहते थे। यहां के महल की सुंदरता और वास्तुकला यहां की पुरातन संस्कृति की याद दिलाती है। माल्बोर्क कैसल संग्रहालय, डायनासोर पार्क, जम्पी पार्क का आंनद पर्यटक परिवार संग उठा सकते हैं।

घूमने के बाद यकीनन आपको भूख तो लगेगी ही। इसके लिए ग्दान्स्क कोस्ट काफी चर्चित है। यहां आपको लजीज व्यंजन खाने को मिलेंगे। साथ ही कई पुराने मार्केट्स मिलेंगे जिसकी सुंदरता आपका मन मोह लेगी।

भारत और पोलैंड का रिश्ता ऐतिहासिक रूप से काफी पुराना है। कहा जाता है कि 16वीं सदी में यहां के व्यापारी लोग समुद्री रास्ते की खोज में पहली बार भारत आए थे। भारत आने के दौरान यहां की कला-संस्कृति से इन्हें प्यार हो गया। यही वजह है कि पोलैंड में आज भी कला-संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहर की झलक गांव से लेकर शहर तक दिखाई दे जाती है।

–आईएएनएस

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