एफआईए ग्लोबल (FIA Global) से जुड़कर महिलाएं बैंकिंग का हूनर सीख कर ऊंची कमाई कर रही हैं। वहीं यह कंपनी उन लोगों तक बैंकिंग की सुविधा पहुंचा रही है जो अब तक इससे दूर थे। एफआईए ग्लोबल की सह-संस्थापक और सीईओ सीमा प्रेम ने भारत और नेपाल में लाखों लोगों को सफलतापूर्वक बैंकिंग के दायरे लाया है। एफआईए एक महिला-स्वामित्व वाली/महिला-नेतृत्व वाली फिनटेक है जो एकीकृत वित्तीय सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करती है। इन सेवाओं को उन लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो भारत में भौगोलिक रूप से पहुंच से दूर और आर्थिक रूप से पिछड़े क्षेत्रों में रहते हैं या काम करते हैं। एफआईए वित्तीय सेवा भागीदारों के साथ महिलाओं, सूक्ष्म और लघु उद्यमियों और अन्य बैंक रहित बाजारों के लिए अपने उत्पादों को उनके लायक बनाने के लिए काम करता है।
फिनटैप का है कमाल
एफआईए अपने ऐप ‘FINTAP’ के माध्यम से बैंकिंग सुविधा से दूर रहने वाले और बैंकिंग सुविधा का मुश्किल से लाभ ले पाने वालों को सीधे वित्तीय सेवाएं भी दे रही है। FINTAP को अंतिम उपयोगकर्ता के व्यक्तित्व और परिस्थितियों, दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों (कम साक्षरता, सीमित इंटरनेट, साधनहीन-गरीब) को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है।
टीचर की नौकरी छोड़ बैंक मित्र बन गईं पूनम
उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद की पूनम गुप्ता,दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट हैं। वह 2012 में एफआईए में शामिल हुई। वह शादीशुदा हैं। पूनम ने एसबीआई शाखा के माध्यम से एफआईए के शानदार काम के बारे में सुना, जो उनके पति की दुकान के ठीक बगल में थी। पूनम इसे अवसर के रूप में देखा और एफआईए से बैंक मित्र (Banking CSP) के रूप में जुड़ गईं। बैंक मित्र के रूप में अपना काम शुरू करने के बाद से उसने आश्चर्यजनक 20,000 खाते खोलने में मदद की है।
हर महीने मोटी कमाई कर रहीं पूनम
आज, वह अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) , प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (Pradhan Mantri Jeevan Bima Yojana), और प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) प्रदान करती हैं। इसके अलावा वह एफडी (Fix deposit) खोलने में भी मदद करती हैं। पूनम को कमीशन से हर महीने 35 हजार रुपये (rupee-money) की कमाई (income) होती है।