मालदा, 20 अगस्त (आईएएनएस)। मालदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अस्थायी कर्मचारी वेतन न मिलने और रिश्वत मांगने के आरोप लगाते हुए हड़ताल पर चले गये हैं। इससे अस्पताल में चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।
अस्थायी कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें पिछले डेढ़ महीने से वेतन नहीं मिला है। साथ ही नई कंपनी में काम करने के लिए भी उनसे 8,500 रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है। कोलकाता में हुए आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज मामले को लेकर यहां के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर पहले से ही हड़ताल पर हैं।
हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने उच्च अधिकारियों को इस स्थिति की जानकारी दी है, लेकिन कोई समाधान न मिलने पर उन्होंने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया। कर्मचारियों का आरोप है कि उनकी समस्या को नजरअंदाज किया गया और उनकी समस्याओं का समाधान करने की बजाय उन्हें और भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
चिकित्सा अधिकारी अस्थायी कर्मचारियों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं और आश्वासन देने का प्रयास कर रहे हैं कि उनकी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा। लेकिन कर्मचारियों की हड़ताल जारी रहने से अस्पताल में कामकाज प्रभावित हो रहा है और मरीजों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के मामले की वजह से शहर में पहले से जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। उनकी मांग है कि मेडिकल कॉलेज की महिला डॉक्टर के सभी आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिले। साथ ही धरने पर बैठे डॉक्टर्स पर हमला करने वाले लोगों पर भी मुकदमा चलाया जाए। इसके अलावा, वे देश के विभिन्न अस्पतालों में दिन-रात काम करने वाले डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए संसद में कानून बनाने की भी मांग कर रहे हैं।
–आईएएनएस
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