उत्तर कोरिया में बाढ़ के कारण नेतृत्व पर पड़ने वाले असर से चिंतित किम जोंग उन

सोल, 20 अगस्त (आईएएनएस)। दक्षिण कोरिया की सरकार ने मंगलवार को कहा कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन बाढ़ से हुए नुकसान की जिम्मेदारी प्रांतीय अधिकारियों पर डाल रहे हैं। उन्हें डर है कि जनता में बढ़ते असंतोष के कारण उनका नेतृत्व कमजोर हो सकता है।

योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, उत्तर कोरिया के मुख्य समाचार पत्र रोडोंग सिनमुन ने बताया कि किम जोंग ने देश से आपदा रोकथाम परियोजना को राजनीतिक विचारधारा से जुड़ा एक गंभीर मुद्दा मानने की अपील की है और कहा कि यह सिर्फ प्रकृति के खिलाफ संघर्ष नहीं है।

पिछले महीने के अंत में, भारी बारिश के कारण उत्तरी फ्योंगान, जगांग और रियांगगांग प्रांतों में अम्नोक नदी के किनारे के बड़े क्षेत्रों में बाढ़ आ गई। कुछ दक्षिण कोरियाई मीडिया आउटलेट्स ने बताया कि मरने वालों या लापता होने वालों की संख्या लगभग 1,000 से अधिक हो सकती है।

अंतर-कोरियाई मामलों के प्रभारी मंत्रालय ने कहा कि ऐसा लगता है कि उत्तर कोरिया बाढ़ से हुए नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों पर डाल रहा है। उसे चिंता है कि हालिया बारिश से किम का नेतृत्व कमजोर हो सकता है।

मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर मीडियाकर्मियों को बताया, “इसका मतलब यह हो सकता है कि उत्तर कोरिया में बाढ़ से बहुत अधिक नुकसान हुआ है और लोगों में असंतोष अभी भी बहुत अधिक है।”

इस बीच मंत्रालय ने कहा कि इस बात के कोई संकेत नहीं हैं कि उत्तर कोरिया कोई अन्य सैन्य जासूसी सैटेलाइट लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है।

पिछले साल नवंबर में अपने पहले सैटेलाइट को कक्षा में स्थापित करने में मिली सफलता के बाद मई में उत्तर कोरिया ने जासूसी सैटेलाइट को लॉन्च करने का असफल प्रयास किया था। देश ने पहले कहा था कि वह 2024 में तीन और स्पाई सैटेलाइट लॉन्च करेगा।

–आईएएनएस

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