पटना में जिम ट्रेनर को गोली मारने के मामले में पटना पुलिस की विशेष टीम ने प्रसिद्ध फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. राजीव सिंह और उनकी पत्नी खुशबू सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इनके साथ ही तीन कांट्रैक्ट किलरों को भी शिकंजे में लिया गया है। तीनों के पास से हथियार और गोलियां बरामद की गई हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस घटना में डॉक्टर दंपती का हाथ था और जिम ट्रेनर को गोली मारने का कांट्रैक्ट दोनों ने मिकलर दिया था। सौदा तीन लाख रुपये में तय हुआ था। सुपारी किलरों ने कई भी अहम राज का पर्दाफाश किया है।
कुख्यात ने दिया पेटी कॉन्ट्रैक्ट
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि जिम ट्रेनर से डॉक्टर दंपत्ति के पहले अच्छे संबंध थे जबकि कुछ समय से उनका मनमुटाव चल रहा था। मनमुटाव के चलते फिजियोथेरेपिस्ट राजीव कुमार सिंह ने एक कुख्यात अपराधी से संपर्क किया। इसके बाद जिम ट्रेनर को जान से मारने के लिए उसने 3 लाख रुपये की सुपारी दी। फिर उस कुख्यात ने बेगूसराय के रहने वाले अमित नाम के एक अपराधी को पेटी कॉन्ट्रैक्ट दिया, जो कदमकुआं में रहता है। पुलिस जांच के मुताबिक अमित ने अपने दोस्त सरफराज, रोहित और दो साथियों का इस वारदात को अंजाम देने के लिए साथ किया। विक्रम की हत्या करने के उद्देश्य से शनिवार को उसके ऊपर सुबह-सुबह गोलियां बरसाईं।
कॉल डिटेड में खुशबू और जिम ट्रेनर के बीच बातचीत के मिले सबूत
आपको बता दें कि पटना पुलिस ने इस मामले की जांच करते हुए घायल जिम ट्रेनर का मोबाइल जब्त कर लिया था। इसके बाद पुलिस ने कॉल डिटेल्स को खंगाला। एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार खुशबू और विक्रम के बीच इस साल के जनवरी से लेकर अब तक 1100 बार बात हुई थी। इन दोनों के बीच लेट नाइट में भी कॉल पर बात हुई है। अधिकतर कॉल 30 से 40 मिनट के हैं। शुरुआती जांच में पुलिस को इस बात के भी सबूत मिले हैं कि इस साल 18 अप्रैल को पहली बार डॉ. राजीव ने कॉल कर विक्रम से सीधे तौर पर बात की थी और उसी दरम्यान उन्होंने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। पूछताछ के दौरान बार-बार डॉक्टर और उनकी पत्नी अपना बयान बदलते रहे जिससे शक और गहरा होता चला गया।