वैश्विक नेटिजनों ने फिलिस्तीन में सुलह बढ़ाने में चीन के प्रयासों की प्रशंसा की

बीजिंग, 25 जुलाई (आईएएनएस)। चीन की मध्यस्थता में फिलिस्तीन के विभिन्न दलों ने हाल में पेइचिंग में सुलह समझौता संपन्न किया। चाइना मीडिया ग्रुप (सीएमजी) के अधीनस्थ सीजीटीएन ने पूरी दुनिया के नेटिजनों के बीच एक सर्वेक्षण किया। इसमें शामिल 92.81 प्रतिशत से अधिक वैश्विक उत्तरदाताओं ने फिलिस्तीनी लोगों के अधिकारों और विभाजन ख़त्म कर एकीकरण करने में फिलिस्तीन का समर्थन करने के लिए चीन के प्रयासों की प्रशंसा की।

उनका मानना है कि वार्ता और सलाह-मशविरे के जरिये अंतर्विरोध और मतभेदों का समाधान करने में चीन ने नयी आदर्श मिसाल खड़ी की है। पेइचिंग में संपन्न घोषणा पत्र में फिलिस्तीन के विभिन्न दलों ने राष्ट्रीय सुलह की अंतरिम सरकार का गठन करने और गाजा पट्टी का पुनर्निर्माण करने पर सहमति कायम की।

ऑनलाइन सर्वेक्षण में 87.23 प्रतिशत वैश्विक उत्तरदाताओं का मानना है कि फिलिस्तीन के विभिन्न पक्षों में सुलह फिलिस्तीन-इजराइल मुठभेड़ जल्द ही खत्म करने और क्षेत्रीय शांति व स्थिरता बढ़ाने के लिए लाभदायक है।

सर्वेक्षण में शामिल 91.63 प्रतिशत नेटिजनों ने चीन के विचार की प्रशंसा की। 90.55 फीसदी नेटिजनों ने कहा कि मध्य-पूर्व क्षेत्र में किसी देश द्वारा तनाव व संघर्ष बढ़ाने की तुलना में चीन की शांतिपूर्ण विकास की विचारधारा को ज्यादा समर्थन मिला। 87.25 उत्तरदाता चीन की सामान्य, व्यापक, सहकारी और टिकाऊ सुरक्षा अवधारणा पर सहमत हुए।

बताया जाता है कि चीन ने मध्य-पूर्वी क्षेत्र की स्थिरता स्थिर करने में रचनात्मक भूमिका निभायी। चीन की पहल पर सऊदी अरब और ईरान के बीच कूटनीतिक संबंध बहाल हुए और फिलिस्तीन के विभिन्न पक्षों के बीच सुलह समझौता संपन्न हुआ। इसकी चर्चा में सर्वेक्षण में शामिल 89.64 प्रतिशत नेटिजनों ने कहा कि मुठभेड़ के राजनीतिक समाधान में चीन ने सक्रिय, सद्भावनापूर्ण और विश्वसनीय मध्यस्थ की भूमिका निभायी।

90.15 फीसदी वैश्विक नेटिजनों का मानना है कि चीन ने सक्रियता से भूराजनीतिक मतभेदों के निपटारे को बढ़ाया। वैश्विक शासन में चीन की भूमिका ज्यादा महत्वपूर्ण हो रही है। गौरतलब है कि यह सर्वेक्षण सीजीटीएन के अंग्रेजी, स्पेनिश, फ्रेंच, अरबी और रूसी प्लेटफार्मों पर जारी किया गया। 24 घंटे में 10,592 नेटिजनों ने इसमें भाग लिया।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

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