हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआर्ईएल) के लिए 15 अक्तूबर 2024 बेहद खास दिन बनने जा रहा है। दरअसल एचएमआईएल ने मंगलवार 15 अक्टूबर को भारतीय शेयर बाजार में इक्विटी शेयरों की अपनी आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ ) पेश करने का प्रस्ताव किया है।
दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी वाहन कंपनी
इस अवसर पर कंपनी ने सोमवार को यहां मीडिया को यह जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी हुंडई मोटर समूह की अंग है, जो क्रिसिल रिपोर्ट के अनुसार कैलेंडर वर्ष 2023 में यात्री वाहन बिक्री के आधार पर दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी ऑटो ओईएम थी। एंकर इन्वेस्टर बोली की तारीख बोली/ऑफर खुलने की तारीख से एक कार्य दिवस पहले है जो सोमवार है। बोली/ऑफर बंद होने की तारीख गुरुवार 17 अक्टूबर है। एचएमआईएल ने कहा कि हमारी कंपनी के इक्विटी शेयरों को बीएसई लिमिटेड (“बीएसई”) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई ) पर सूचीबद्ध किया जाएगा।
कितने रुपये का होगा एक शेयर
कंपनी की ओर से दी गयी जानकारी के मुताबिक ऑफर का प्राइस बैंड 1865 रुपए प्रति इक्विटी शेयर से 1960 रुपए प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है। न्यूनतम सात इक्विटी शेयरों और उसके बाद सात इक्विटी शेयरों के गुणकों के लिए बोली लगाई जा सकती हैं। कंपनी के आईपीओ में हुंडई मोटर (प्रमोटर सेलिंग शेयरहोल्डर) द्वारा 14 करोड़ 21 लाख 94 हजार 700 इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल शामिल है। कंपनी को इस प्रस्ताव से कोई आय (प्रस्ताव आय) प्राप्त नहीं होगी।
म्यूचु्अल फंड को पांच फीसदी मिलेंगे शेयर
नेट क्यूआईबी हिस्से का पांच प्रतिशत आनुपातिक आधार पर केवल म्यूचुअल फंड को आवंटित करने के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते ऑफर मूल्य पर या इससे ऊपर वैध बोलियां प्राप्त हों, और नेट क्यूआईबी हिस्से का शेष हस्सिा आनुपातिक आधार पर सभी क्यूआईबी (एंकर निवेशकों के अलावा) को आवंटित करने के लिए उपलब्ध होगा, जिसमें म्यूचुअल फंड भी शामिल हैं, बशर्ते कि ऑफर मूल्य पर या इससे ऊपर वैध बोलियां प्राप्त हों।
किसके लिए कितने शेयर
इसके अलावा, शुद्ध प्रस्ताव का कम से कम 15 प्रतिशत गैर-संस्थागत निवेशकों (“गैर-संस्थागत श्रेणी”) को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा। इसमें से गैर-संस्थागत श्रेणी का एक-तिहाई हस्सिा दो लाख रुपए से अधिक और दस लाख तक के आवेदन आकार वाले बोलीदाताओं को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा और गैर-संस्थागत श्रेणी का दो-तिहाई हस्सिा दस लाख रुपए से अधिक के आवेदन आकार वाले बोलीदाताओं को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा। साथ ही गैर-संस्थागत श्रेणी की इन दो उप-श्रेणियों में से किसी एक में कम-सब्सक्रप्शिन को सेबी आईसीडीआर विनियमों के अनुसार गैर-संस्थागत श्रेणी की अन्य उप-श्रेणी में बोलीदाताओं को आवंटित किया जा सकता है, बशर्ते कि प्रस्ताव मूल्य पर या इससे ऊपर वैध बोलियां प्राप्त हों।