भागलपुर। नारायणपुर थाना क्षेत्र के नवटोलिया गांव में गंगा नदी में दो बच्चियों के डूबने के दुखद हादसे के बाद मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है। जन सुराज पार्टी के नेता पवन कुमार चौधरी पर भीड़ को उकसाने और पुलिस प्रशासन के खिलाफ भड़काने का गंभीर आरोप लगा है। भवानीपुर थाना प्रभारी की ओर से पवन चौधरी समेत आठ से दस समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
क्या है पूरा मामला?
कुछ दिन पहले दक्षिणेश्वरी काली मंदिर के पास गंगा में स्नान के दौरान दो बच्चियां डूब गईं। आरोप है कि घटना की सूचना के बावजूद एसडीआरएफ की टीम करीब सात घंटे देर से पहुंची, जिससे स्थानीय लोगों में भारी नाराज़गी थी। इसी बीच रविवार की रात जन सुराज नेता पवन चौधरी परिजनों से मिलने पहुंचे।
पुलिस का आरोप है कि इस दौरान पवन चौधरी ने मौके पर मौजूद लोगों को उकसाया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाज़ी शुरू कर दी। कुछ ही देर में करीब 500 लोग इकट्ठा हो गए और थाना घेरने तथा आगजनी की कोशिश की गई।
प्रशासन का पक्ष
भवानीपुर थाना प्रभारी शंभु कुमार ने बताया कि, “पवन चौधरी और उनके समर्थकों ने न सिर्फ भीड़ को उकसाया, बल्कि सरकारी कार्य में बाधा डाली। मामले में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। जांच जारी है।”
जन सुराज पार्टी की प्रतिक्रिया
अब तक जन सुराज पार्टी की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन स्थानीय कार्यकर्ताओं का कहना है कि पवन चौधरी सिर्फ संवेदना व्यक्त करने पहुंचे थे और प्रशासन राजनीतिक द्वेष के चलते उन पर झूठे आरोप लगा रहा है। इस बीच नारायणपुर और आस-पास के इलाकों में फिलहाल पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। हालांकि, स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन स्थानीय लोगों में आक्रोश बना हुआ है