वाहन बिक्री: जीएसटी 2.0 के ऐलान से ख़रीदारी टली, सितंबर में बंपर डिलीवरी की उम्मीद

नई दिल्ली। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने सोमवार को अगस्त 2025 के वाहन खुदरा बिक्री आंकड़े जारी किए। ओणम व गणेश चतुर्थी पर बढ़ी ग्राहकों की पूछताछ, लेकिन जीएसटी 2.0 सुधारों ने बिक्री को सितंबर तक स्थगित कियाFADA अध्यक्ष सी. एस. विग्नेश्वर ने बताया कि भले ही ग्राहकों में त्योहारों को लेकर उत्साह बना रहा, लेकिन जीएसटी 2.0 सुधारों की घोषणा ने कई परिवारों को अपनी वाहन ख़रीद टालने के लिए प्रेरित किया है।

जीएसटी 2.0: ‘साधारण टैक्स’ की ओर भारत का कदम

श्री विग्नेश्वर ने कहा:”माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में GST 2.0 एक ऐतिहासिक, जन-हितैषी बदलाव है, जो देश को दो स्लैब वाले सरल टैक्स सिस्टम की ओर ले जा रहा है।”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह सुधार स्पष्टता, साहस और सहमति का प्रतीक है। स्वतंत्रता दिवस के दिन लाल किले से हुए इस ऐलान ने ग्राहकों का आत्मविश्वास बढ़ाया है। अधिकांश परिवार अब अपनी खरीद को कम जीएसटी दरों के अनुरूप सितंबर में करने की योजना बना रहे हैं।

गस्त 2025 की वाहन खुदरा बिक्री पर एक नजर

अगस्त माह में कुल खुदरा बिक्री में 2.84% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई। निम्नलिखित सेगमेंट्स में मिला प्रदर्शन:


सेगमेंट
YoY ग्रोथ
टू-व्हीलर2.18%
पैसेंजर व्हीकल्स0.93%
कमर्शियल व्हीकल्स8.55%
ट्रैक्टर🚜 30.14% (उल्लेखनीय वृद्धि)
थ्री-व्हीलर-2.26%
कंस्ट्रक्शन उपकरण-26.45%

🚲 टू-व्हीलर सेगमेंट:

  • सालाना वृद्धि: 2.18%
  • मासिक वृद्धि: 1.34%
  • रुकावटें: उत्तर भारत में बाढ़, लोकप्रिय स्कूटरों की आपूर्ति में बाधा, और जीएसटी 2.0 के इंतजार में ग्राहक

🚗 पैसेंजर व्हीकल:

  • सालाना वृद्धि: 0.93%
  • मासिक गिरावट: -1.63%
  • कारण: भारी बारिश, आपूर्ति असंतुलन और जीएसटी लाभ की प्रतीक्षा

🚚 कमर्शियल व्हीकल:

  • सालाना वृद्धि: 8.55%
  • मासिक गिरावट: -1.11%
  • समर्थन: ई-कॉमर्स, रिप्लेसमेंट डिमांड, नए कॉन्ट्रैक्ट्स

🔮 निकट भविष्य का दृष्टिकोण: सितंबर में बूम तय

भारत की अर्थव्यवस्था सितंबर 2025 में मजबूत वृद्धि और रिकॉर्ड निचले स्तर की मुद्रास्फीति के साथ प्रवेश कर रही है:

  • GDP ग्रोथ: 6.3%–6.8%
  • CPI (मुद्रास्फीति): जुलाई में 1.55% (मल्टी-ईयर लो)

🎯 GST 2.0 का प्रभाव:

  • 22 सितंबर से लागू
  • घरेलू खर्च घटाएगा, मांग बढ़ाएगा
  • उद्योगों की प्रतिस्पर्धा में इजाफा करेगा
  • संभावित रूप से मुद्रास्फीति 1.1% तक घट सकती है

सितंबर दो हिस्सों में बंटा रहेगा:

  1. पहला चरण: श्राद्ध और GST इंतजार की वजह से मंदी
  2. दूसरा चरण: नवरात्रि और दुर्गा पूजा जैसे त्योहारों पर तेज़ उछाल

OEM कंपनियां अब ऐसे ऑफर ला रही हैं जिससे ग्राहक अभी बुकिंग कर सकते हैं और GST के बाद के लाभ प्राप्त कर सकते हैं।