मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के लिए कवायद तेज हो गई है। लेकिन एनडीए के दो सबसे बड़े सहयोगियों टीडीपी के चंद्रबाबु नायडू और जेडीयू के नीतीश कुमार को साधना आसान नहीं है। सूत्रों के मुताबिक इसके लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने दो भरोसेमंद चेहरे पीयूष गोयल और अश्विनी वैष्णव को मोर्चे पर लगा दिया है।
पीयूष गोयल की दक्षिण में पैठ
सूत्रों के मुताबिक टीडीपी के चंद्रबाबु नायडू को साधने का जिम्मा पीयूष गोयल को दिया गया है। पार्टी अध्यक्ष नड्डा ने उन्हे्ं यह जिम्मेदारी दी है। सूत्रों का कहना है कि टीडीपी छह बड़े मंत्रालय मांग रही है। साथ ही वह लोकसभा अध्यक्ष पद भी चाहती है।
वैष्णव का है नीतीश कुमार से खास संबंध
अश्विनी वैष्णव पिछले पांच साल में भाजपा के लिए एक भरोसेमंद चेहरा बनकर उभरे हैं। एक आईएएस से लेकर राजनेता और मंत्री बनकर हर काम में चमक बिखेरकर उन्होंने हर बार नेतृत्व को भरोसे को सही साबित किया है। मूलरूप से राजस्थान के रहने वाले और ओडिसा कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी रहे वैष्णव गुजरात मेंं भी मोदी के साथ काम कर चुके हैं। नीतीश कुमार को साधने के लिए वैष्णव को मोर्चे पर बीजेपी ने ऐसी ही नही लगाया है। बल्कि नीतीश कुमार से उनका एक खास तरह का रिश्ता भी है। वैष्णव रेल मंत्री का जिम्मा संभाल रहे थे। नीतीश कुमार भी रेल मंत्र रह चुके हैं। इसके अलावा वाजपेयी सरकार में जब नीतीश कुमार मंत्री थे तब वैष्णव पीएमओं में आइएएस को रूप में जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। यानी अपने पुराने रिश्तों के जरिये वैष्णव नीतीश कुमार को साधने के लिए सबसे सटीक नजर आ रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि जेडीयू पांच मंत्रालय मांग रही है। साथ ही इसके अलावा अन्य डिमांड भी है।