गांडेय विधानसभा का उपचुनाव जीतकर राजनीति मेंं कदम रखने वाली कल्पना सोरेन को राजनीति कभी भी पसंद नहीं थी। लेकिन जब उनके पति और तात्कालिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 31 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक कथित भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया तो यह उनकी मजबूरी बन गई। लेकिन अब वह पार्टी के लिए मजबूती बन गई हैं।
पार्टी में फूंकी नई जान
मजबूरी में राजनीति में कदम रखने वाली कल्पना ने कार्यकर्ताओं को निराश और हताश नहीं होने दिया और लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के दिग्गज नेताओं के साथ कदमताल करते हुए पार्टी की एक नया चेहरा बनने मेंं कामयाब रहीं। कल्पना सोरेन को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो)में नयी जान फूंकने का श्रेय जाता है।
कल्पना के पास इंजीनियरिंग और एमबीए की है डिग्री
सिबू सोरेन की बहु झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी 48 वर्षीय कल्पना सोरेन काफी पढ़ी लिखी हैं। उनके पास इंजीनियरिंग और एमबीए की डिग्री है। कल्पना ने कहा कि मैं अन्याय और तानाशाही के खिलाफ लड़ूंगी क्योंकि झुकना आदिवासियों के डीएनए में नहीं है। मैं अपने पति के पदचिन्हों पर चलूंगी। उन्होंने अपने मूल्यों से समझौता करने के बजाय जेल जाना चुना। मैं उनकी अर्धांगिनी हूं और यह सुनिश्चित करूंगी कि अत्याचारी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब मिले।