बेंगलुरु, 1 अगस्त (आईएएनएस)। कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने गुरुवार को कहा कि मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (मुडा) घोटाले के संबंध में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को कारण बताओ नोटिस जारी करने का राज्यपाल थावरचंद गहलोत का फैसला सही नहीं है।
बेंगलुरु में गृह मंत्री जी. परमेश्वर से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए प्रियांक खड़गे ने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्दारमैया को कारण बताओ नोटिस मिला है और वह इसका उचित जवाब देंगे।
पत्रकारों ने प्रियांक खड़गे से मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा अपने करीबी सहयोगियों के साथ बैठक करने के बारे में पूछा। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि यह स्वाभाविक है कि मुख्यमंत्री सिद्दारमैया अपने कैबिनेट सहयोगियों और अन्य लोगों के साथ इस मामले पर चर्चा करें और सुझाव मांगे।
प्रियांक खड़गे ने आगे कहा, “मुख्यमंत्री सिद्दारमैया को अचानक नोटिस मिला, जो उन्हें गलत लगा। सीएम ने पहले ही राज्यपाल को पर्याप्त जानकारी दे दी थी और संबंधित दस्तावेज जमा कर दिए थे। इसके बावजूद उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। ऐसे में सवाल है कि मुख्यमंत्री के खिलाफ कार्रवाई के लिए यह स्क्रिप्ट कहां से आ रही है?
सूत्रों के अनुसार, राज्यपाल सामाजिक कार्यकर्ता टीजे अब्राहम की मुडा भूमि घोटाले से संबंधित शिकायत के आधार पर मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के लिए बेंगलुरु स्थित अपने आवास पर ब्रेकफास्ट मीटिंग आयोजित की। वे मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे। सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल राज्यपाल के खिलाफ एक लाइन का प्रस्ताव पारित कर सकता है।
–आईएएनएस
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